नयी दिल्ली, 13 अगस्त (ए) संसद के नए भवन के निर्माण से जुड़े कई श्रमिकों सहित विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 1,800 ‘विशेष अतिथियों’ को 15 अगस्त को लाल किले पर 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और इस ऐतिहासिक स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया कि प्रत्येक राज्य, केन्द्र-शासित प्रदेश से 75 जोड़ों को भी उनके पारंपरिक परिधान में लाल किले में आयोजित होने वाले समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।
के हाथों में होगी।
मंत्रालय ने कहा कि ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के बाद, प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी करेंगे।
बयान में कहा गया कि दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर बने मंच तक ले जाएंगे। झंडा फहराए जाने के बाद, तिरंगे को ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी जाएगी। सेना का बैंड, जिसमें एक जेसीओ और 20 अन्य सैन्यकर्मी शामिल होंगे, राष्ट्रीय ध्वज फहराने और ‘राष्ट्रीय सलामी’ प्रस्तुत करने के दौरान राष्ट्रगान बजाएगा। बैंड का संचालन नायब सूबेदार जतिंदर सिंह करेंगे।
मंत्रालय ने कहा कि मेजर निकिता नायर और मेजर जास्मीन कौर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगी। विशिष्ट 8711 फील्ड बैटरी (औपचारिक) के बहादुर बंदूकधारियों द्वारा 21 तोपों की सलामी के साथ, इस कार्यक्रम का समन्वय किया जाएगा। लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार सेरेमोनियल बैटरी की कमान संभालेंगे और नायब सूबेदार (एआईजी) अनूप सिंह गन पोजिशन ऑफिसर होंगे।
जैसे ही प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, पार्श्व पंक्ति विन्यास में भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-3 ध्रुव द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पुष्पवर्षा की जाएगी। इसके बाद, प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री के संबोधन के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। देश भर के विभिन्न स्कूलों के 1,100 बालक और बालिका एनसीसी कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) भाग लेंगे। ज्ञानपथ पर सीट लगाई गई हैं, जिन पर कैडेट आधिकारिक सफेद पोशाक में बैठेंगे।
इसके अलावा, समारोह के हिस्से के रूप में एनसीसी कैडेट को ज्ञान पथ पर बैठाया जाएगा। एक अन्य आकर्षण जी-20 प्रतीक चिह्न होगा, जो लाल किले पर फूलों की सजावट का हिस्सा होगा।