चंडीगढ़: आठ अक्टूबर (ए) हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को जारी मतगणना के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है और वह 49 सीट पर आगे है जबकि कांग्रेस 35 सीट पर आगे है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा, विनेश फोगाट, उदय भान, निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल अपनी-अपनी सीटों पर आगे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज, इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के अभय सिंह चौटाला और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के दुष्यंत चौटाला अपनी-अपनी सीटों पर पीछे हैं।
निर्वाचन आयोग के दोपहर करीब साढ़े 12 बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने 49 सीट और कांग्रेस ने 35 सीट पर बढ़त बनायी है। निर्दलीय प्रत्याशी चार सीट पर आगे हैं जबकि इनेलो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एक-एक सीट पर आगे है। आम आदमी पार्टी (आप) अभी मुकाबले में कहीं नहीं दिखायी दे रही है।
कुरुक्षेत्र में लाडवा सीट से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री सैनी कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा विधायक मेवा सिंह से 9,632 मतों के अंतर से आगे हैं।
गढ़ी सांपला-किलोई सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने भाजपा की मंजू हुड्डा पर 41,077 मतों की भारी बढ़त बना ली है।
कांग्रेस की विनेश फोगाट जींद जिले में जुलाना विधानसभा सीट से भाजपा के अपने प्रतिद्वंद्वी योगेश कुमार से 4,130 मतों से आगे हैं।
निवर्तमान विधानसभा में भाजपा के 41 विधायक हैं (जिसमें 2022 के उपचुनाव में जीती आदमपुर सीट शामिल है) जबकि कांग्रेस के 28 और जजपा के छह विधायक हैं। हरियाणा लोकहित पार्टी और इनेलो का एक-एक सदस्य है। चार निर्दलीय है जबकि नौ सीट रिक्त हैं।
निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इनेलो नेता एवं ऐलनाबाद से मौजूदा विधायक अभय सिंह चौटाला कांग्रेस प्रत्याशी भरत सिंह बैनीवाल से 7,710 मतों से पीछे हैं।
अभय के बेटे और इनेलो प्रत्याशी अर्जुन चौटाला रानिया सीट पर अपने दादा एवं निर्दलीय उम्मीदवार रणजीत चौटाला से 6,161 मतों के अंतर से आगे हैं।
उचाना कलां सीट से कांग्रेस के ब्रजेंद्र सिंह अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री से 3,236 मतों से आगे हैं जबकि मौजूदा विधायक एवं जजपा नेता दुष्यंत चौटाला पीछे हैं।
निर्दलीय उम्मीदवारों में कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल हिसार सीट से अपनी करीबी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के राम निवास राड़ा से 3,836 मतों के अंतर से आगे हैं। भाजपा विधायक कमल गुप्ता हिसार से पिछड़ गए हैं।अंबाला छावनी से भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अनिल विज 671 मतों के मामूली अंतर से निर्दलीय प्रत्याशी चित्रा सरवारा से पीछे हैं।
बढ़त बनाने वाले अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों में गन्नौर से देवेंद्र कादियान (बागी भाजपा नेता) और बहादुरगढ़ से राजेश जून (बागी कांग्रेस नेता) शामिल हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अत्तर लाल अटेली सीट पर भाजपा की अपने प्रतिद्वंद्वी आरती सिंह राव से 5,424 मतों के अंतर से आगे हैं। आरती केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से भाजपा सांसद राव इंदरजीत सिंह की बेटी हैं।
बसपा ने इनेलो के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था।
अपनी-अपनी सीट पर आगे चल रहे अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में बादशाहपुर से भाजपा के राव नरबीर सिंह, आदमपुर से भव्य बिश्नोई, बल्लभगढ़ से मूल चंद शर्मा, बरवाला से रणबीर गंगवा और फरीदाबाद से विपुल गोयल शामिल हैं।
घरौंडा से हरविंदर कल्याण, गुड़गांव से मुकेश शर्मा, इसराना से कृष्ण लाल पंवार, पंचकूला से ज्ञान चंद गुप्ता, थानेसर से सुभाष सुधा, पानीपत ग्रामीण से महिपाल ढांडा और तोशाम से श्रुति चौधरी ने बढ़त बनायी हुयी है।
अपनी सीटों पर आगे चल रहे कांग्रेस के अन्य उम्मीदवारों में कैथल से आदित्य सुरजेवाला, उचाना कलां से ब्रजेंद्र सिंह, रोहतक से बी बी बत्रा, झज्जर से गीता भुक्कल, बेरी से रघुवीर सिंह कादियान और महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह शामिल हैं।
फिरोजपुर झिरका से मम्मन खां और पुनहाना से मोहम्मद इल्यास ने बढ़त बनायी है।
राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा लगातार तीसरी बार जीत कर सरकार बनाना चाहती है तो वहीं कांग्रेस को 10 साल बाद राज्य में सत्ता में वापसी की उम्मीद है।
कई ‘एग्जिट पोल’ (परिणाम पूर्व सर्वेक्षण) में हरियाणा में कांग्रेस की जीत का अनुमान जताया गया। राज्य में कुल 67.90 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। भाजपा ने दावा किया है कि वह लगातार तीसरी बार राज्य में सत्ता में लौटेगी।
भाजपा ने 2019 में जजपा की मदद से सरकार बनायी थी।