अहमदनगर,06 नवम्बर (ए)। महाराष्ट्र के अहमदनगर में शनिवार को एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भीषण आग लगने से कम से कम 10 कोविड मरीजों की मौत हो गई तथा एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में सुबह करीब 11 बजे आग लगी, जहां कोविड-19 के 20 मरीजों का इलाज चल रहा था। अहमदनगर के जिलाधिकारी राजेंद्र भोसले ने पुष्टि की कि सरकारी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगने से 10 मरीजों की मौत हो गई और एक मरीज की हालत गंभीर है।
अहमदनगर नगर निगम के अग्निशमन विभाग के प्रमुख शंकर मिसाल ने बताया कि आग की सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल कर्मी वहां पहुंचे और बचाव एवं आग पर काबू के लिए अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा कि दोपहर करीब 1.30 बजे आग पर काबू पा लिया गया तथा इस हादसे का कारण ‘शॉर्ट सर्किट’ हो सकता है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आग लगने के बाद घायल मरीजों को एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से 10 को मृत लाया घोषित कर दिया गया।
भोसले ने कहा कि उसके बाद सभी 10 पीड़ितों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और उनकी मौत के कारणों की जांच की जा रही है कि क्या उनकी मौत दम घुटने से हुई या मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति में व्यवधान के कारण हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में लोगों की हुई मौत पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के अहमदनगर के एक अस्पताल में आग लगने से हुई मौतों से दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा, “मेरी संवदेनाएं इस घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के साथ हैं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से राहत कार्य में मदद करने की अपील करता हूं।”
भारतीय जनता पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को ” चौंकाने वाला और परेशान करने वाला” बताया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ” मेरी संवेदनाएं नगर राजकीय अस्पताल में आग की घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।” उन्होंने घटना की ‘‘व्यापक जांच” की मांग की और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में इस साल अप्रैल महीने में आग लगने से 15 कोविड मरीजों की मौत हो गई थी।