लखनऊ, 23 अप्रैल (ए)। लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने शुक्रवार को कोविड-19 महामारी के जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी में लिप्त गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार पकड़े गये आरोपियों के कब्जे से 116 रेमडेसिविर इंजेक्शन और एक लाख 94 हजार 310 रुपये नकद बरामद किया गया है।
लखनऊ के पुलिस आयुक्त डी के ठाकुर के कार्यालय से जारी बयान के अनुसार पकड़े गये आरोपियों द्वारा कोविड-19 महामारी से पीड़ित लोगों को लगने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन को निर्धारित मूल्य से काफी अधिक कीमत पर बेचने का धंधा किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि राजधानी लखनऊ के नाका हिंडोला थानाक्षेत्र की पुलिस टीम ने गोंडा जिले के निवासी राम सागर, लखनऊ के राजाजीपुरम निवासी अमनदीप मदान और मोहनलालगंज क्षेत्र के अंकुर वैश्य तथा हरदोई जिले के संडीला क्षेत्र के निवासी अंशु गुप्ता को शुक्रवार को दिन में पौने बारह बजे चारबाग मेट्रो स्टेशन के निकट गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि इन आरोपियों के कब्जे से 116 रेमडेसिविर इंजेक्शन और एक लाख 94 हजार 310 रुपये नकदी समेत अन्य कई चीजें बरामद की गई। उन्होंने बताया कि इन सभी के खिलाफ नाका हिंडोला थाने में सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। लखनऊ के पुलिस आयुक्त डी के ठाकुर के मुताबिक सूचना मिली थी कि कोविड-19 पीड़ितों को लगाये जाने वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी में कुछ गिरोह कार्य रहे हैं, इस सूचना पर पुलिस की टीम ने गिरोह को चिन्हित करके चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।