जौनपुर 20 अगस्त (ए)। यूपी के जौनपुर की एक अदालत ने ज्योतिषी रमेश तिवारी की हत्या के मामले में 12 आरोपियों को दोषी करार देते हुए मंगलवार को आजीवन कारावास की सजा सुनायी।
तिवारी को समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार का करीबी माना जाता था।जिला शासकीय अधिवक्ता सतीश चंद्र पांडेय ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के ज्योतिषी रहे रमेश चन्द्र तिवारी की 2012 में सरपतहां के ऊंचगांव में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।उनके मुताबिक, इस मामले में अपर सत्र न्यायाधीश (चतुर्थ) रूपाली सक्सेना ने शूटर विपुल समेत 12 आरोपितों को दोषी करार दिया और उन्हें आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई। न्यायाधीश ने दोषियों पर 30-30 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया।
पांडेय ने बताया कि 15 नवंबर 2012 की सुबह ऊंचगांव में ज्योतिषी रमेश चन्द्र तिवारी की उनके घर में घुसकर पुलिस की वर्दी पहने दो बदमाशों ने कार्बाइन व पिस्तौल से गोलीबारी कर हत्या कर दी थी। इस घटना में रमेश के भाई राजेश भी घायल हुए थे।
पांडेय ने बताया कि मृतक के भाई उमेश तिवारी ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
उनके मुताबिक, मामले की तफ्तीश के दौरान शूटर विपुल सिंह, हत्या के षड्यंत्र में शामिल धीरेंद्र सिंह, झारखंडे सिंह, सूबेदार सिंह, कौशल किशोर सिंह, विजय बहादुर सिंह, वीरेंद्र बहादुर सिंह, लाल शंकर उपाध्याय, अमित उर्फ पंडित, अरविंद, शैलेंद्र, तन्नू सिंह, शेर बहादुर सिंह और अमरजीत सिंह का नाम प्रकाश में आया।
उन्होंने बताया कि मुकदमा लंबित रहने के दौरान झारखंडे सिंह की मृत्यु हो गई है। वहीं, शूटर शेर बहादुर सिंह की पुलिस के साथ मुठभेड़ में मौत हो गयी थी।
रमेश चंद तिवारी के संबंध बड़े-बड़े राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ शीर्ष नौकरशाहों से भी थे। वह प्रदेश के सबसे ताकतवर राजनीतिक परिवार मुलायम सिंह यादव कुनबे के भी करीबी थे। तिवारी का सूरत के वलसाड़ में आश्रम भी है जहां उनका मंदिर बना है।