उज्जैन/इंदौर: 25 मार्च ( ए) मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर में सोमवार को भस्म आरती के दौरान आग लगने से सेवकों समेत 14 पुजारी झुलस गये। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उज्जैन के जिलाधिकारी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि आग सुबह करीब 5.50 बजे मंदिर के गर्भ गृह में लगी।
उन्होंने कहा, ’14 पुजारी झुलस गए। कुछ का इलाज यहां जिला अस्पताल में किया जा रहा है, जबकि आठ ने इंदौर में इलाज की मांग की है।”
इंदौर के श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. विनोद भण्डारी ने ‘ बताया कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आग लगने की घटना में झुलसे आठ व्यक्तियों को उनके अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया,’सभी आठ लोग 35 से 40 प्रतिशत झुलसे हैं। इनमें से एक व्यक्ति की हालत अन्य से गंभीर है। हमने इलाज शुरू कर दिया है।’
उज्जैन के जिलाधिकारी सिंह ने कहा, “घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। यह जांच जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीना और अपर कलेक्टर अनुकूल जैन करेंगे। वे तीन दिन में रिपोर्ट सौंपेंगे।”
उन्होंने कहा, ‘आग उस समय लगी जब गुलाल पूजा की थाली पर गिर गया, जिसमें जलता हुआ कपूर था। बाद में यह फर्श पर फैल गया जिससे आग फैल गई।’
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हो गई है।
पुजारी आशीष ने संवाददाताओं से कहा, ‘होली के अवसर पर एक अनुष्ठान के तहत गुलाल फेंके जाने के बाद आग लगी। इससे पुजारी झुलस गए।’
अधिकारियों ने कहा कि गर्भगृह के सामने नंदी हॉल में घटना के दौरान कुछ वीवीआईपी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, लेकिन भक्तों में से किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक संदेश में कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और उन्होंने कहा कि वह जिला प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि सब कुछ नियंत्रण में है।इस बीच, प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर स्थित सैम्स पहुंचे और महाकालेश्वर मंदिर में हुई घटना में घायल लोगों का हाल-चाल जाना।