जानिये, लॉकडाउन में फिल्में नहीं मिलीं तो हीरो कैसे बन गया फर्जी इंस्पेक्टर और करने लगा ठगी

राष्ट्रीय
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मुंबई, 16 दिसम्बर एएनएस। मुंबई क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है,जो चौंकाने वाला है। दरअसल, कोरोना वायरस और लॉकडाउन के दौरान सभी लोगों के सामने घर के खर्च का संकट आ गया। ऐसे ही हालात से मुंबई के एक अभिनेता को भी रूबरू होना पड़ा, जिसके बाद उसने एक अलग ही रास्ता अख्तियार कर लिया। पुलिस के अनुसार यह अभिनेता फर्जी इंस्पेक्टर बनकर दूसरे राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम देने लगा। 
मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी अकबर पठान ने बताया कि आरोपी की पहचान सलमान उर्फ जाकिर जाफरी के रूप में हुई है। वह कई टीवी धारावाहिकों और दो फिल्मों में काम कर चुका है। लॉकडाउन में जब काम मिलना बंद हो गया तो वह ठगी की वारदात अंजाम देने लगा। इसके लिए वह उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश और अन्य सीमावर्ती राज्यों के लोगों को निशाना बनाता था। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी हवाई जहाज से दूसरे राज्यों में आता-जाता था।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने पुलिसकर्मी बनकर देहरादून में 64 साल की एक महिला से मुलाकात की थी। उसने चेकिंग का बहाना बनाते हुए महिला के सारे जेवर उतरवा लिए और उन्हें एक अखबार में रख दिया। काफी देर तक उसने बुजुर्ग महिला को बातों में उलझाए रखा। इसके बाद अखबार में पत्थर लपेटकर दे दिया और फरार हो गया।
डीसीपी अकबर पठान ने बताया कि ठगी के बाद पीड़िता ने मामले की जानकारी देहरादून के पटेल नगर कोतवाली पुलिस को दी थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर ली, जिसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच को मामले की जानकारी दी गई। इसके बाद देहरादून की पटेल नगर पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच के संयुक्त अभियान चलाया और आरोपी सलमान को अंधेरी वेस्ट इलाके से गिरफ्तार कर लिया। 
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि लॉकडाउन के दौरान काम-धंधा बंद हो गया था, जिसके चलते वह भुखमरी की हालत में पहुंच गया। ऐसे में पेट भरने के लिए वह छोटी-मोटी ठगी करने लगा।