बाराबंकी, 07 जून (ए)। यूपी के बाराबंकी जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है जहाँ पूर्वांचल और बिहार से लाकर लड़कियों को बेचने वाले शातिर व्यक्ति ने ग्राहक मिलने पर अपनी ही बहू का सौदा कर डाला। बीमारी का बहाना बनाकर गाजियाबाद में रह रहे बेटे से अनुरोध कर बहू को बुलवाया। इसके बाद गुजरात के रहने वालों से रुपया लेकर बहू को हवाले कर दिया। पुत्र की सूचना पर पुलिस ने बाराबंकी रेलवे स्टेशन से बेची गई महिला को बरामद किया और गुजरात के रहने वाले 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मानव तस्करी के मुकदमे का मुख्य अभियुक्त और ग्राहक लाने वाला पुलिस पकड़ से दूर है। जानकारी के अनुसार रामनगर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक ने पुलिस को सूचना दी कि उसके पिता चंद्रराम वर्मा ने मेरी पत्नी को बेच दिया है। खरीदने वाले रेलवे स्टेशन पर मौजूद हैं। रेलवे स्टेशन पर पहुंची पुलिस ने युवक की पत्नी को सकुशल बरामद करते हुए उसे खरीदने वाले आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में साहिल पंचा, पप्पू भाई शर्मा, अपूर्व पंचा, गीता बेन, नीता बेन, शिल्पा बेन, राकेश व अजय भाई पंचा सभी निवासी आडेव आदिनाथ नगर थाना उमेडा अहमदाबाद (गुजरात) शामिल हैं। पीड़ित पति की तहरीर पर पुलिस ने पकड़े गए आठ आरोपियों के साथ युवक के पिता चंद्र राम व रामू गौतम के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज किया है। मुख्य आरोपी चंद्रराम व रामू गौतम फरार हैं। युवक ने बताया कि वह गाजियाबाद में टैक्सी चलाता है। वर्ष 2019 में उसने प्रेम विवाह किया था और पत्नी को लेकर गाजियाबाद चला गया था। युवक के अनुसार पिता ने बीमारी की बात कहते हुए बहू को भेजने की बात कही। जिस पर उसने पत्नी को दो जून की रात को भेजा जो तीन की सुबह पहुंच गई।
युवक ने बताया कि 3 की रात को उसने भी ट्रेन पकड़ ली और 4 की सुबह बाराबंकी पहुंच गया। घर पहुंचा तो पत्नी नहीं दिखी। पता चला कुछ बाहरी लोग अभी कुछ देर पहले निकले हैं। युवक ने बताया कि पिता के चरित्र को वह जानता था इसलिए वह बस स्टैंड होता हुआ रेलवे स्टेशन पहुंचा तो देखा कि पत्नी कुछ लोगों के साथ खड़ी है। जिस पर उसने पुलिस की मदद ली। रामनगर क्षेत्र के ही एक गांव का रामू गौतम अहमदाबाद गुजरात में काम करता था, उसने अपने दोस्त चंद्र राम वर्मा को बताया कि अहमदाबाद के साहिल पंचा की शादी के लिए लड़की खरीदना चाहता है। रुपए मिलने की बात सुनते ही चंद्र राम ने अपनी बहू को बेचने की योजना बना डाली। यही नहीं उसने अपने बेटे को बीमारी की बात बता कर बहू को बुलाया और उधर गुजरात के लड़की खरीदने वालों को भी बुलाया। चंद्र राम वर्मा ने 80 हजार रुपए में सौदा तय किया। साठ हजार नगद और 20 हजार बहाने से अपने बेटे के खाते में डलवा दिए। युवक ने कहा कि रुपए आने पर उसका शक और गहरा गया था।