पटना, 14 जून (ए)। बिहार की राजनीति में रविवार को उस वक्त नाटकीय मोड़ आ गया जब चिराग को छोड़कर लोक जनशक्ति पार्टी के पांच सांसदों ने बगावत कर दी। चिराग पासवान से नाराज इन सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने अपने गुट को अलग मान्यता देने की मांग की है। इन सांसदों ने चिराग के चाचा पशुपति पारस को ही अपना नेता बनाया है। कहा जा रहा है कि अलग गुट बनाकर ये सांसद जदयू के पाले में जा सकते हैं। बगावत करने वाले सांसदों में चिराग के चाचा पशुपति पारस पासवान के अलावा चचेरे भाई प्रिंस राज, चंदन सिंह , महबूब अली केशर और वीणा देवी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि लोजपा में बगावत की यह पटकथा पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान ही लिखी जानी थी। पशुपति पारस पासवान की अगुवाई में बगावत की खबर बाहर भी आ गई थी लेकिन हल्ला मचा तो उन्होंने अपने लेटर हेड पर इसका खंडन कर दिया था। लोजपा में उस वक्त जो फूट होने से बच गई थी वो अब सामने आ गई है। सांसदों को सही वक्त का इंतजार था और अब शायद उन्हें लगा कि सही वक्त आ गया है। मौका मिलते ही उन्होंने चिराग पासवान को बीच राजनीतिक मझधार में छोड़ दिया।
