रांची,25 जनवरी (ए)।झारखंड-बिहार में पुलिस और सुरक्षाबलों के 48 जवानों की हत्या के आरोपी इनामी नक्सली कमांडर नवीन यादव उर्फ सर्वजीत यादव अब पुलिस के कब्जे में है। खबर है कि उसने सरेंडर कर दिया है। उसपर सरकार ने 25 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। झारखंड के चतरा जिला अंतर्गत प्रतापपुर थाना क्षेत्र का बासखूटा गांव निवासी नवीन हाल तक माओवादियों के सुरक्षित गढ़ बूढ़ा पहाड़ में सक्रिय था। पुलिस और सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत तीन महीने पहले जब बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त कराया, तभी से वह सरेंडर की कोशिश में लगा था।
हालांकि पुलिस ने अभी आधिकारिक तौर पर नवीन यादव के सरेंडर की घोषणा नहीं की है, लेकिन भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक सरेंडर के बाद अज्ञात ठिकाने पर उससे पूछताछ की जा रही है। नवीन माओवादियों की रीजनल कमेटी का मेंबर रहा है। उसका आतंक झारखंड के पलामू, लातेहार, चतरा, गढ़वा और मध्य बिहार के औरंगाबाद, गया आदि जिलों में पिछले कई वर्षों से कायम था। इन इलाकों में पिछले एक दशक में नक्सलियों के ज्यादातर हमलों में वह शामिल रहा है। उसके ऊपर बिहार-झारखंड के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 60 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। पुलिस ने जनवरी 2019 में नवीन यादव की पलामू के रेडमा में 18.5 एकड़, चतरा के प्रतापपुर में 12.78 एकड़ जमीन भी जब्त की थी।
नवीन यादव पर 48 जवानों की हत्या का आरोप है। जून 2016 में बिहार के औरंगाबाद-गया सीमा पर बड़ा नक्सल हमला हुआ था, जिसमें 10 जवान शहीद हुए थे। इस हमले में माओवादियों का नेतृत्व नवीन यादव ही कर रहा था। वह वर्ष 2013 में लातेहार के कटिया में सुरक्षा बलों पर हमले का भी मुख्य आरोपित है, जिसमें एक साथ 17 जवान शहीद हुए थे। 2011 में चतरा के तत्कालीन सांसद इंदर सिंह नामधारी के काफिले हमले में आठ जवान और जनवरी 2012 में गढ़वा के भंडरिया में नक्सल हमले में थाना प्रभारी समेत 13 जवान शहीद हुए थे। इन हमलों में भी नवीन यादव शामिल रहा है।