नवा रायपुर, 26 फरवरी (ए) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के चीन के संदर्भ में दिए गए बयान को लेकर रविवार को कहा कि शक्तिशाली के सामने झुक जाना और कमजोर से लड़ना ‘कायरता’ है और यह राष्ट्रवाद नहीं हो सकता।.
उन्होंने पार्टी के 85वें महाधिवेशन के आखिरी दिन जयशंकर पर तीखा प्रहार किया।.जयशंकर ने चीन को लेकर रक्षात्मक होने के विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए पिछले दिनों एक साक्षात्कार में कहा था, ‘‘नहीं….ऐसा बिलकुल नहीं है.. हमें ये समझना होगा कि वे हमसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। इसका मतलब ये है, हमें ऐसे में क्या करना चाहिए?’’
उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए यह भी कहा था, ‘‘सवाल प्रतिक्रियाशील होने का नहीं है..यहां सवाल कॉमन सेंस के इस्तेमाल का है।’’
राहुल गांधी ने आज उनके इसी बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘‘कुछ दिन पहले एक साक्षात्कार में एक मंत्री ने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था भारत की अर्थव्यवस्था से बड़ी है, तो हम उनसे कैसे लड़ सकते हैं। जब अंग्रेज हम पर राज करते थे, तो क्या उनकी अर्थव्यवस्था हमसे छोटी थी? इसका मतलब यह है कि जो आपसे ज्यादा शक्तिशाली है, उससे मत लड़ो और जो आपसे कमजोर है, उसी से लड़ो।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘इसको कायरता कहा जाता है। यह सावरकर की विचारधारा है कि अगर आपसे मजबूत है, तो उसके सामने अपना सिर झुका दूंगा।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान का मंत्री चीन से कह रहा है कि आपकी अर्थव्यवस्था हमसे बड़ी है, इसलिये हम आपसे लड़ नहीं सकते। क्या यह राष्ट्रवाद है, क्या इसे देशभक्ति कहते हैं?’’
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कायरता है।