बेंगलुरू, नौ अप्रैल (ए) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने बेंगलुरू के बाजार में दूध और दही बेचने की अमूल की घोषणा के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला जारी रखते हुए रविवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा क्या उनकी कर्नाटक यात्रा का उद्देश्य “राज्य को लूटना” है।.
सिद्धरमैया ने आरोप लगाया कि जब से केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक दुग्ध संघ (केएमएफ) के अमूल के साथ विलय की बात कही है तब से राज्य का दूध उत्पादन प्रभावित हुआ है।.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री से पूछा कि इसमें उनकी क्या भूमिका है।
अमूल के इस कदम को कई लोग, खासकर विपक्षी दल केएमएफ के प्रसिद्ध डेयरी ब्रांड ‘नंदिनी’ के लिए खतरे के तौर पर देख रहे हैं। वे अमूल से इसके विलय की अटकलों के बीच इस कदम को केएमएफ को खत्म करने की कोशिश भी मान रहे हैं।
सिद्धरमैया ने पूछा, “आपका कर्नाटक आने का उद्देश्य कर्नाटक को देना है या कर्नाटक को लूटना है? आप पहले ही कर्नाटक वासियों से बैंकों, बंदरगाह और हवाई अड्डे को चुरा चुके हैं। क्या अब आप हमसे नंदिनी (केएमएफ) चुराने की कोशिश कर रहे हैं?”
उन्होंने ट्वीट किया, ‘गुजरात के बैंक ऑफ बड़ौदा में हमारे विजया बैंक को मिला दिया गया। बंदरगाहों और हवाई अड्डों को गुजरात के अडाणी को सौंप दिया गया। अब, गुजरात का अमूल हमारे केएमएफ (नंदिनी) को निगलने की योजना बना रहा है। श्रीमान नरेंद्र मोदी, क्या हम गुजरातियों के दुश्मन हैं?”
मोदी ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मैसूर और चामराजनगर जिलों में थे।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को इस संबंध में स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि ‘नंदिनी’ कर्नाटक का गौरव है और उनकी सरकार ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर नंबर 1 बनाने के लिए सभी कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि “नंदिनी की बाजार में पकड़ बहुत मजबूत है, लिहाजा अमूल से डरने की जरूरत नहीं है।”