भोपाल, दो दिसंबर (ए) मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती रविवार को होगी और इसके लिये सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। प्रदेश में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी कांग्रेस बीच है।.
कई एग्जिट पोल ने दो मुख्य पार्टियों के बीच सीधे मुकाबले में मौजूदा भाजपा को कांग्रेस से आगे रखा है। राज्य में 17 नवंबर को एक ही चरण में विधानसभा चुनाव कराये गये थे ।.अधिकारी ने कहा कि राज्य में रिकॉर्ड 77.82 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2018 के चुनावों की तुलना में 2.19 प्रतिशत अधिक है।
मप्र की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना रविवार (3 दिसंबर) सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा के बीच 52 जिला मुख्यालयों पर शुरू होगी।
उन्होंने बताया कि मतगणना के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के माध्यम से 77.15 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
राजन ने कहा कि यदि डाक मतपत्रों को जोड़ दिया जाए, तो मतदान प्रतिशत 77.82 हो जाता है, जो पिछले चुनावों (2018) की तुलना में 2.19 प्रतिशत अधिक है, जब मतदान 75.63 प्रतिशत था।
उन्होंने बताया कि सभी जिलों में डाक मतपत्रों की गिनती के लिए कुल 692 टेबल लगाई गई हैं, जबकि ईवीएम रखने के लिए 4,369 टेबल लगाई गई हैं।
राजन के अनुसार, डाक मतपत्रों की गिनती सुबह 8 बजे से 8.30 बजे के बीच की जाएगी, जिसके बाद अधिकारियों और राजनीतिक दलों के अधिकृत एजेंटों की उपस्थिति में ईवीएम के माध्यम से वोटों की गिनती शुरू होगी।
उन्होंने कहा कि डाक मतपत्रों की गिनती के तुरंत बाद संबंधित अधिकारियों द्वारा उम्मीदवार-वार इसका परिणाम घोषित किया जाएगा और प्रत्येक दौर की गिनती पूरी होने के बाद यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि झाबुआ सीट पर सबसे ज्यादा 26 राउंड की गिनती होगी, जबकि दतिया जिले की सेवड़ा सीट पर सबसे कम 12 राउंड की गिनती होगी।उन्होंने कहा कि मतगणना के संचालन के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं और सभी जिला रिटर्निंग अधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने गिनती के दिन को ड्राई डे घोषित किया है, जिसके दौरान सभी शराब और शराब की दुकानें बंद रहेंगी।
उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी और केवल वैध पास रखने वाले लोगों को ही मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।
राजन ने कहा कि इस बार 80 साल से अधिक उम्र के 51,259 नागरिकों और 12,093 शारीरिक रूप से अक्षम मतदाताओं ने घर से मतदान किया।
उन्होंने बताया कि मतदान कार्य में लगे करीब 3.04 लाख कर्मियों ने डाक मतपत्रों के जरिये अपने मताधिकार का प्रयोग किया।