लखनऊ: 24 मार्च (ए) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को उत्तर प्रदेश के 13 उम्मीदवारों की सूची जारी की। पार्टी ने जहां पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी को सुल्तानपुर से दोबारा मौका दिया है, वहीं उनके बेटे और पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया है और उनकी जगह जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है।
केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की यह पांचवीं सूची है। हालांकि, पहली सूची में 51 उम्मीदवार घोषित करने के बाद पार्टी ने बाकी तीन सूचियों में राज्य के लिये किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई थीा।पांचवीं सूची में उत्तर प्रदेश के कुल 13 उम्मीदवार घोषित किये गये हैं जिनमें पार्टी ने अपने नौ मौजूदा सांसदों को मौका नहीं दिया है।पार्टी ने जिन नौ सांसदों का टिकट काटा है उनमें गाजियाबाद के सांसद व केंद्रीय मंत्री (सेवानिवृत्त जनरल) वीके सिंह, पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी, बरेली से संतोष गंगवार, कानपुर के सत्यदेव पचौरी, बदायूं से पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री डॉक्टर संघमित्रा मौर्य, बाराबंकी के उपेंद्र सिंह रावत, हाथरस (आरक्षित) के सांसद राजवीर सिंह दिलेर, बहराइच (आरक्षित) से अक्षयवर लाल गौड़ और मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल शामिल हैं।
मेरठ में राजेंद्र अग्रवाल की जगह सिने अभिनेता और रामायण धारावाहिक में भगवान राम की भूमिका अदा कर चुके अरुण गोविल को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है; वहीं बाराबंकी में पहली सूची में घोषित मौजूदा सांसद उपेंद्र सिंह रावत की जगह जिला पंचायत की अध्यक्ष राजरानी रावत को उम्मीदवार बनाया गया है।
उपेन्द्र रावत का कथित तौर पर एक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुआ था, जिसके बाद उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।
वरुण गांधी केंद्र के तीन कृषि कानूनों के आने के बाद से ही अपनी पार्टी और सरकार के खिलाफ मुखर रहे। हालांकि, बाद में सरकार ने इन कानूनों को वापस ले लिया। उन्होंने रोजगार और स्वास्थ्य समेत कई मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ आवाज उठायी। वैसे पार्टी ने उनकी मां मेनका गांधी पर भरोसा जताया, जिन्हें सुल्तानपुर से फिर से टिकट दिया गया है। जनरल वीके सिंह और सत्यदेव पचौरी दोनों ने रविवार को ही 2024 का चुनाव लड़ने के लिए ‘अनिच्छा’ व्यक्त की थी।
भाजपा की सूची के मुताबिक सहारनपुर से राघव लखनपाल, मुरादाबाद से सर्वेश सिंह, मेरठ से रामानंद सागर कृत धारावाहिक रामायण में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल, गाजियाबाद से विधायक व पूर्व मंत्री अतुल गर्ग, अलीगढ़ से मौजूदा सांसद सतीश गौतम, हाथरस (आरक्षित) से अलीगढ़ के खैर क्षेत्र के विधायक अनूप वाल्मीकि, बदायूं से दुर्गविजय सिंह शाक्य, बरेली से पूर्व मंत्री छत्रपाल सिंह गंगवार, पीलीभीत से प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, सुलतानपुर से मेनका गांधी, कानपुर से वरिष्ठ पत्रकार रमेश अवस्थी, बाराबंकी (आरक्षित) राजरानी रावत और बहराइच (आरक्षित) से डॉक्टर अरविंद गौड़ को उम्मीदवार बनाया गया है।
भाजपा के 51 उम्मीदवारों की पहली सूची में उत्तर प्रदेश की पांच सीट पर महिला उम्मीदवारों को मौका मिला; वहीं इस बार 13 सीट में दो सीट पर महिला उम्मीदवारों को उतारा गया है। भाजपा ने पहली सूची में चार नये चेहरों को मौका दिया जिनमें श्रावस्ती से विधान परिषद सदस्य साकेत मिश्र, नगीना (अजा) से ओम कुमार, आंबेडकरनगर से रितेश पांडेय और जौनपुर से कृपाशंकर सिंह लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किये गये थे।
इस बार नौ लोकसभा क्षेत्रों के लिए नये चेहरों को मौका दिया गया है, जिनमें गाजियाबाद, पीलीभीत, बरेली, कानपुर, बदायूं, बाराबंकी, हाथरस (आरक्षित), बहराइच (आरक्षित) और मेरठ की सीट के उम्मीदवार शामिल हैं।
सहारनपुर से 2019 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के हाजी फजलुर्रहमान से पराजित पूर्व सांसद राघव लखनपाल पर भाजपा ने फिर दांव लगाया है। पार्टी ने मुरादाबाद में सर्वेश सिंह को भी मौका दिया है। सर्वेश सिंह 2019 में समाजवादी पार्टी (सपा)के डॉ. एसटी हसन से पराजित हो गये थे और इस बार भी उनका मुकाबला डॉ. हसन से ही होगा। पार्टी ने अलीगढ़ के अपने मौजूदा सांसद सतीश गौतम और सुल्तानपुर की मौजूदा सांसद मेनका गांधी पर भी फिर भरोसा जताया है।