नयी दिल्ली: तीन मई (ए) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) में एक वरिष्ठ प्रबंधक (कार्पोरेट संचार) को बिल पास करने के एवज में कथित रूप से आठ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने मुंबई में एनटीपीसी के वरिष्ठ प्रबंधक (कोरपोरेट संचार) विजय कुमार को गिरफ्तार किया जो वहां रिश्वत लेने के लिए दिल्ली से गये थे।उन्होंने बताया कि एक विज्ञापन कंपनी के उपाध्यक्ष ने कुमार के खिलाफ करीब 40 लाख रुपये का बिल पास करने के एवज में कथित रूप से रिश्वत मांगने की शिकायत की थी।
इस विज्ञापन कंपनी ने जनवरी-फरवरी में अंडमान निकोबार एवं पुडुचेरी में बूथ लगाये थे और उस सिलसिले में निगम को 40 लाख रुपये का बिल जमा किया था।
अधिकारियों ने कहा कि कार्य समापन प्रमाणपत्रों को बिल के साथ नहीं लगाया गया था क्योंकि ये प्रमाणपत्र अंडमान एवं निकोबार और पुडुचेरी के स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जारी किये जाने थे।
उनके अनुसार जब कंपनी के प्रतिनिधि अंडमान एवं निकोबार एवं पुडुचेरी में स्थानीय प्रशासनिक कार्यालय गये और उन्होंने कार्य समापन प्रमाणपत्र जारी करने का अनुरोध किया तब उनसे कहा गया कि इस संबंध में एनटीपीसी से एक ईमेल या कॉल आना जरूरी है।
अधिकारियों के मुताबिक जब विज्ञापन कंपनी के उपाध्यक्ष ने स्थानीय अधिकारियों के प्रति पत्राचार को लेकर कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने यह आश्वासन देते हुए कथित रूप से छह लाख रुपये रिश्वत मांगी कि वह बिल को देख लेंगे और वह बिना किसी बाधा के मंजूर कर दी जाएगी।
अधिकारियों के अनुसार बाद में कुमार ने रिश्वत की मांग बढ़ाकर 9.45 लाख रुपये कर दी लेकिन मोलभाव के बाद उसे घटाकर आठ लाख रुपये की।
शिकायत मिलने पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने मुंबई में जाल बिछाया जहां कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
कुमार को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और नोएडा में उनके आवास की तलाशी ली गयी।