नयी दिल्ली: दो जून (ए) विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को निर्वाचन आयोग की पूर्ण पीठ से मुलाकात की और चार जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दौरान सभी दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
इन दिशानिर्देशों में, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के नतीजों से पहले डाक मत पत्रों के परिणामों की घोषणा करना भी शामिल है।
मुलाकात के बाद, मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि यह तीसरा मौका है जब विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने आम चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग का दौरा किया।
सिंघवी ने बताया कि प्रतिनिधमंडल ने अन्य चीजों सहित अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि ईवीएम के नतीजे घोषित किये जाने से पहले डाक मत पत्रों की गिनती हो और उनके परिणाम घोषित किये जाए।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इस (चुनावी) प्रक्रिया के दौरान निर्वाचन आयोग का दौरा करने वाला यह तीसरा बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल है… हमने दो-तीन बड़े मुद्दों पर आयोग के साथ बातचीत की। डाक मत पत्रों की गिनती और उनके परिणाम पहले घोषित करना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। यह एक बहुत स्पष्ट सांविधिक नियम है, जो यह प्रावधान करता है कि आपको पहले डाक मत पत्रों की गिनती करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी यह शिकायत है कि इस दिशानिर्देश को दरकिनार कर दिया गया है। उन्होंने इस परंपरा को तोड़ दिया है।’’
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि उन्होंने निर्वाचन आयोग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि उसके खुद के दिशानिर्देशों को लागू किया जाए, जिनमें ईवीएम की ‘कंट्रोल यूनिट’ को सीसीटीवी निगरानी वाले कॉरीडोर से होकर ले जाना और ‘कंट्रोल यूनिट’ की मौजूदा तारीख एवं समय ‘डिस्प्ले’ का सत्यापन सुनिश्चित करना शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सत्यापन महत्वपूर्ण है, क्योंकि जब तक ऐसा नहीं किया जाता, इसकी कोई प्रामाणिकता नहीं है कि यह वही कंट्रोल यूनिट है जो मतदान केंद्र से आई थी और उसे बदला नहीं गया है।’’
येचुरी ने कहा कि ‘कंट्रोल यूनिट’ पर मतदान प्रक्रिया के प्रारंभ होने और समाप्ति का समय तथा तारीख की जांच करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ईवीएम को सील करने के समय उस पर लगाई जाने वाली पर्ची एवं टैग को सत्यापन के लिए सभी मतगणना एजेंट को दिखाया जाना चाहिए। नतीजों के लिए बटन दबाने के बाद, मतदान की तारीख की फिर से पुष्टि नहीं किये जाने को सुनिश्चित किया जाए।’’
‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं ने मतगणना के दिन के लिए अपनी रणनीति पर चर्चा के वास्ते शनिवार को यहां बैठक की थी, हालांकि तृणमूल कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) इससे दूर रही थी।
बैठक की अध्यक्षता करने वाले कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि वे कुछ खास मुद्दों पर चर्चा करने के लिए रविवार को निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मिलेंगे।
विपक्षी दलों ने अपने-अपने एजेंट से मंगलवार को मतगणना प्रक्रिया पर करीबी नजर रखने और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि फॉर्म 17सी उनके साथ साझा किया जाए।
फॉर्म 17सी में प्रत्येक मतदान केंद्र पर पड़े मतों की संख्या दर्ज रहती है।