पटना: पांच जुलाई (ए) बिहार सरकार ने शुक्रवार को राज्य में पिछले कुछ दिनों में कई पुलों के ध्वस्त होने की घटनाओं के सिलसिले में 15 अभियंताओं को निलंबित कर दिया।इसमें जल संसाधन विभाग के 11 और ग्रामीण कार्य विभाग के अन्य चार शामिल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
जांच समिति द्वारा जल संसाधन विभाग को रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद यह निर्णय लिया गया।
जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि तीन और चार जुलाई को सीवान एवं सारण जिलों में छाड़ी गंडकी नदी पर अवस्थित छह पुल-पुलिया ध्वस्त हुए। विभागीय उड़नदस्ता की जांच में पाया गया कि कार्य के दौरान संबंधित अभियंताओं ने नदी पर अवस्थित पुल-पुलिया को सुरक्षित रखने को लेकर उचित कदम नहीं उठाए।
उन्होंने बताया कि इन पुल-पुलियों के क्षतिग्रस्त होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यान्वयन से संबंधित दोषी जल संसाधन विभाग के 11 अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। इनमें कार्यपालक अभियंता अमित आनन्द और कुमार ब्रजेश, सहायक अभियंता राजकुमार, चन्द्रमोहन झा, सिमरन आनन्द और नेहा रानी तथा कनीय अभियंता मो. माजिद, रवि कुमार रजनीश, रफीउल होदा अंसारी, रतनेश गौतम तथा प्रभात रंजन शामिल हैं।
जबकि, 18 जून को अररिया में पुलिया क्षतिग्रस्त मामले में निर्मल कुमार (मुख्य अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, पूर्णिया) की अध्यक्षता में जांच दल का गठन कर क्षतिग्रस्त पुल की जांच कराई गई है। क्षतिग्रस्त पुल के निर्माण कार्य में कर्तव्यहीनता बरतने के फलस्वरूप ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अंजनी कुमार, आशुतोष कुमार रंजन तथा कनीय अभियंता वीरेन्द्र प्रसाद और मनीष कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।