लखनऊ, 11 अगस्त (ए) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के पास छह अगस्त को आत्मदाह की कोशिश में गम्भीर रूप से झुलसी महिला की रविवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में इलाज के दौरान मौत हो गई।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि महिला अंजलि जाटव ने अपने पति और ससुराल वालों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए राजधानी के गौतमपल्ली क्षेत्र स्थित मुख्यमंत्री आवास के पास छह अगस्त को खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा ली थी। उसे गम्भीर हालत में केजीएमयू में भर्ती कराया गया था।उन्होंने बताया,“करीब 40 वर्षीय महिला का प्लास्टिक सर्जरी विभाग में इलाज किया जा रहा था। आज दोपहर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।”सिंह ने बताया कि महिला की मौत का कारण ‘सेप्टिक शॉक’ और ‘मल्टीपल ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम’ है। यानी उसके शरीर में संक्रमण फैल गया था जिससे अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
पुलिस के मुताबिक, उन्नाव जिले की रहने वाली महिला का अपने पति और ससुराल के अन्य लोगों से किसी बात को लेकर विवाद था। इस मामले में महिला के पति समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने सात अगस्त को अंजलि के वकील सुनील कुमार को उसे आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने आरोप लगाया कि वकील ने पुलिस और सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की। गौतम पल्ली थाने में कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस उपायुक्त (लखनऊ मध्य) रवीना त्यागी ने मंगलवार को कहा था कि उन्नाव जिले की एक वर्षीय बच्चे की मां अंजलि जाटव ने अपने पति और ससुराल वालों पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
उन्होंने बताया था कि गौतम पल्ली थाना क्षेत्र में मुख्यमंत्री आवास के नजदीक विक्रमादित्य मार्ग के पास महिला ने अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया था तथा पुलिसकर्मियों ने आग बुझाकर उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था जहां डॉक्टरों ने पुष्टि की थी कि वह 90 प्रतिशत जल चुकी है।
उन्नाव जिले के अधिकारियों ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि मामले में कार्रवाई शुरू करने के निर्देश जारी किए गए थे, जिसके बाद उत्पीड़न के आरोप में अंजलि के पति और देवर को गिरफ्तार कर लिया गया है।