रोडवेज बस में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, पांच गिरफ्तार

राष्ट्रीय
Spread the love

देहरादून: 18 अगस्त (ए) देहरादून बस अड्डे में दिल्ली से देहरादून आयी एक बस में उत्तर प्रदेश की एक नाबालिग लड़की से कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने रविवार को पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने यहां बताया कि 12 अगस्त को हुई घटना की जानकारी शनिवार शाम को मिली, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुए वारदात में इस्तेमाल बस की पहचान की और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान उत्तराखंड के हरिद्वार के बुग्गावाला निवासी धर्मेंद्र कुमार (32) और राजपाल (57), हरिद्वार जिले के ही भगवानपुर निवासी देवेंद्र (52), देहरादून के पटेलनगर निवासी राजेश कुमार सोनकर (38) तथा उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के नवाबगंज के रहने वाले रवि कुमार (34) के रूप में हुई है।पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना में प्रयुक्त उत्तराखंड रोडवेज की बस को कब्जे में ले लिया गया है तथा फॉरेंसिक टीम बस से आवश्यक साक्ष्य एकत्रित कार्रवाई कर रही है।जानकारी के अनुसार, 16-17 साल की नाबालिग लड़की को 12 अगस्त की देर रात आईएसबीटी देहरादून के प्लेटफार्म नंबर 12 पर एक बेंच पर बैठे देखकर इसकी सूचना देहरादून बाल कल्याण समिति को दी गयी जिसने उसे सुरक्षा की दृष्टि से राजकीय बालिका निकेतन भेज दिया।

बाल निकेतन में काउंसलिंग के दौरान नाबलिग लड़की ने अपने साथ कथित दुष्कर्म की बात बताई जिसके बाद समिति की सदस्य प्रतिभा जोशी ने शनिवार शाम पुलिस को तहरीर दी।तहरीर के आधार पर पटेलनगर पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 70(2) तथा पॉक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना की जांच के लिए विशेष पुलिस टीम का गठन करने के अलावा स्वंय पीड़ित बालिका से मिलकर घटना की जानकारी ली तथा घटनास्थल का निरीक्षण किया।

पुलिस ने बताया कि बालिका ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि उसके माता-पिता नहीं हैं और वह पंजाब की रहने वाली है।

बाद में उसने पुलिस को बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली है और वह पहले मुरादाबाद से दिल्ली गयी और फिर दिल्ली में कश्मीरी गेट से बस पकड़कर देहरादून आयी जहां उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया।

पुलिस ने बताया कि लड़की शुरू में बार-बार अपने बयानों को बदलती रही लेकिन बाद में उसने गहन पूछताछ के दौरान अपने परिजनों की जानकारी पुलिस को दी।

पुलिस के मुताबिक, परिजनों से संपर्क करने पर पता चला कि पीड़िता के माता-पिता जिंदा हैं तथा पहले भी वह कई बार अपने घर से बिना बताए जा चुकी है।

हालांकि, घर वालों को हर बार विभिन्न माध्यमों से उसकी जानकारी मिली जिसके बाद वह उसे घर ले आए।