लखनऊ: 13 नवंबर (ए) समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि राज्य में भाजपा की मौजूदा सरकार में महिलाएं एवं बच्चियां सर्वाधिक अपमानित एवं असुरक्षित हैं और महिला सशक्तीकरण केवल एक नारा रह गया है।
उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर भाजपा सरकार के सारे दावे झूठे हैं।प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव होने हैं और समाजवादी पार्टी इन सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आठ सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं और एक सीट पर उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) चुनाव लड़ रही है।
समाजवादी पार्टी की ओर से जारी एक बयान में अखिलेश यादव ने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण और सुरक्षा के लिए भाजपा सरकार के पास कोई योजना नहीं है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश में महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा अपराध की घटनाएं उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में हो रही हैं। भाजपा सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने में विफल है।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में 18 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को लैपटॉप का वितरण किया गया था ताकि उनके शैक्षणिक स्तर का उन्नयन हो सके। वहीं, भाजपा के घोषणा-पत्र में लैपटॉप के साथ वाईफाई सुविधा देने के जो सपने दिखाए गए थे वे सपने ही रहे।
सपा प्रमुख ने कहा कि समाजवादी सरकार में 1.90 करोड़ रुपये के बजट से कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें, यूनीफार्म की व्यवस्था के साथ इंटर तक की बेटियों को मुफ्त शिक्षा की भी व्यवस्था की गई थी। मातृ शिशु जननी सुरक्षा योजना में महिलाओं और शिशुओं के लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गई थी। सपा की सरकार में 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन दी गई।
अखिलेश ने कहा कि 108 एंबुलेंस सेवा सड़क दुर्घटना में घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर लोगों की जान बचाने के लिए शुरू की गई थी। महिला सुरक्षा के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन सेवा शुरू की गई। तत्काल पुलिस रिस्पांस सिस्टम यूपी डॉयल 100 शुरू की गई। भाजपा ने यूपी डॉयल 100 सेवा को 112 बनाकर इस सुरक्षा व्यवस्था को भी भ्रष्टाचारी बना दिया।