उप्र: करहल में शख्स ने उपचुनाव के दौरान बेटी की हत्या का आरोप लगाया, भाजपा-सपा में आरोप-प्रत्यारोप

उत्तर प्रदेश मैनपुरी
Spread the love

मैनपुरी (उप्र): 20 नवंबर (ए) मैनपुरी जिले में बुधवार को 23 वर्षीय युवती का शव मिला और परिवार का आरोप है कि उसकी हत्या इसलिए की गई है क्योंकि उसने करहल विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के पक्ष में वोट देने से इनकार कर दिया था।

मैनपुरी जिले की पुलिस ने युवती का अपहरण कर उसकी हत्या करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।युवती के पिता ने करहल थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने तपा की नगरिया निवासी प्रशांत यादव पर अपनी बेटी का अपहरण करने का आरोप लगाया है।

प्राथमिकी के अनुसार, पिता ने आरोप लगाया है कि युवती का मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे अपहरण किया गया और बाद में यादव ने डॉ. मोहन कठेरिया की मदद से जहर देकर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस के अनुसार, महिला का शव बुधवार सुबह कंजारा गांव के पास एक खेत में मिला।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनोद कुमार ने बताया, “प्राथमिकी में नामजद दोनों आरोपी डॉ. मोहन कठेरिया और प्रशांत यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।”

इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।

इस घटना पर चिंता जताते हुए भाजपा ने समाजवादी पार्टी पर अपने गढ़ में “आतंक का माहौल बनाने” का आरोप लगाया।

प्रदेश भाजपा ने ‘एक्स’ पर कहा, “जनपद मैनपुरी की विधानसभा करहल में सपाई प्रशांत यादव व उसके साथियों ने मिलकर एक दलित बेटी की नृशंस हत्या कर दी। हत्या सिर्फ इसलिए की गई, क्योंकि दलित बेटी ने ‘साइकिल’ पर वोट देने से मना कर दिया था। मतदान करने से पहले एक पिता की असहनीय पीड़ा आप भी जरूर सुनें…”

प्रदेश भाजपा ने ‘एक्स’ पर शोकाकुल पिता का वीडियो भी साझा किया।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने भी सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर सपा पर निशाना साधा।

इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में एक प्रेस वार्ता के दौरान आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग भाजपा द्वारा उपचुनावों को अपने पक्ष में करने के लिए सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग पर उनकी पार्टी की ओर से की जा रही शिकायतों पर आंखें मूंद रहा है।

सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने ‘ कहा,“यह भाजपा द्वारा समाजवादी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है, जो अक्सर ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहती है। इसका सपा से कोई लेना-देना नहीं है।”