चंडीगढ़: छह फरवरी (ए) केंद्र सरकार पर पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने सवाल उठाया है कि अमेरिका से 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लाने वाला विमान दिल्ली के बजाय अमृतसर में क्यों उतरा?
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने भी यही सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की और भारतीय नागरिकों के निर्वासन पर विरोध दर्ज न कराने के लिए सरकार को घेरा।श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, अमृतसर पर बुधवार दोपहर 1.55 बजे अमेरिकी सैन्य विमान उतरा था। विमान से आए 104 प्रवासियों में हरियाणा और गुजरात के33. 33 पंजाब के 30, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के तीन.तीन और दो चंडीगढ़ के थे।
पत्रकारों से बुधवार को बातचीत के दौरान पंजाब आप अध्यक्ष और मंत्री अमन अरोड़ा ने केंद्र सरकार पर सभी मुद्दों पर पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “निर्वासित किए गए लोग पूरे देश से थे। अन्य राज्यों के निर्वासितों की संख्या पंजाब से ज्यादा है… लेकिन फिर भी विमान अमृतसर में उतरा। मैं विमान यहां उतारने का विरोध नहीं कर रहा, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी को छोड़कर अमृतसर में विमान उतारने का फैसला… इस पर सवाल उठना लाजमी है।”
अमृतसर के सांसद औजला ने भी बृहस्पतिवार को इसी तरह की प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “शर्मनाक और अस्वीकार्य! मोदी सरकार ने भारतीय प्रवासियों को एक विदेशी सैन्य विमान में हथकड़ी पहनाकर निर्वासित होने दिया। कोई विरोध क्यों नहीं? व्यावसायिक उड़ान से क्यों नहीं लाए गए? विमान दिल्ली क्यों नहीं उतरा? यह हमारे लोगों और संप्रभुता का अपमान है। सरकार को जवाब देना चाहिए।”
पंजाब के 30 अवैध प्रवासियों में से कपूरथला के छह, अमृतसर के पांच, पटियाला और जालंधर के 4-4, होशियारपुर, लुधियाना, एसबीएस नगर के 2-2, और गुरदासपुर, तरनतारन, संगरूर, एसएएस नगर व फतेहगढ़ साहिब से 1-1 व्यक्ति शामिल हैं।
अवैध प्रवासियों के विरुद्ध ट्रंप प्रशासन की कार्रवाई पर 104 निर्वासितों का यह पहला जत्था है।
अमेरिका द्वारा यह कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्यापक वार्ता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा से कुछ ही दिन पहले की गयी है।