छिंदवाड़ा,05 जून (ए)। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। नाबालिग लड़की और एक युवक को सरेआम जूते-चप्पल की माला पहनाई गई, फिर आसपास के तीन गांवों में जुलूस निकाला गया। पुलिस ने नाबालिग की शिकायत पर नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार मामला छिंदवाड़ा जिले के मोहखेड़ थाना की उमरानाला चौकी के ग्राम अंबाझिरी में शनिवार सुबह का है। पुलिस ने बताया कि अंबाझिरी की रहने वाली 17 वर्षीय नाबालिग 20 दिन पहले घर पर किसी को बिना बताए मजदूरी करने के लिए नागपुर चली गई थी। दो जून को वापस अपने घर आ गई। उसी समय गांव का बसंता ढीकू नामक युवक भी गायब था।
पहले तो दोनों पर आरोप लगाए गए, फिर सजा देने के लिए पंचायत बुलाई गई। गांव के लोगों का मानना था कि किशोरी तथा बसंता ढीकू के बीच प्रेम संबंध थे, जिसके चलते वह गांव से भाग गए थे। बसंता ढीकू रिश्ते में नाबालिग युवती का मामा लगता है। पंचायत में दोनों के साथ मारपीट किए जाने की भी सूचना है। बाद में सरेआम दोनों के गले में जूते-चप्पलों की माला पहना दी गई। फिर अंबाझिरी, दर्गुढाना, हंडियापठार के सिल्लेवानी में ऐसे ही घुमाया गया। उद्देश्य भरे समाज में दोनों को अपमानित करना था। गांव के लोगों का कहना था कि पंचायत बसंता ढीकू की पत्नी ने बुलाई थी। इस फैसले का पीड़िता के माता-पिता के साथ उसकी दादी और ग्राम कोटवार ने विरोध भी दर्ज कराया, लेकिन आरोपियों की संख्या को देखकर उनका विरोध थम गया और पंचायत ने अपना फैसला पूरा कर लिया।
नाबालिग ने आखिर में उमरानाला चौकी पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। उमरानाला चौकी पुलिस ने अम्बाझिरी ग्राम के मोतीलाल पिता बक्शीराम कवरेती, दामूभाऊ पिता कोवा इवनाती, सद्धू पिता चैनू अहाके, विपत पिता बली धुर्वे, जागेश्वर पिता दामा कुमरे, सलीराम पिता सूरी कुमरे, यशवंत पिता सद्धू अहाके, लालसिंह पिता विपत धुर्वे सहित अन्य लोगों ने खिलाफ मामला दर्ज किया है। टीआई गोपाल घासले का दावा है कि सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया है। छिंदवाड़ा एसपी विवेक अग्रवाल का कहना है कि एक किशोरी और युवक को जूते-चप्पल की माला गले में पहनाकर ग्राम में पैदल घुमाकर सामाजिक रूप से अपमानित करना यह गंभीर मामला है। ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।