नई दिल्ली,02 दिसम्बर (ए)। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की भारत में एंट्री हो गई है। कर्नाटक में इसके दो मामले सामने आए हैं। कोरोना का ये नया वैरिएंट देश में पैर पसारे उससे पहले डॉक्टर्स लोगों को जागरूक कर रहे हैं और इससे अलर्ट रहने की सलाह दे रहे हैं। देश के चर्चित डॉक्टर और मेदांता अस्पताल के फाउंडर डॉ नरेश त्रेहान ने कोरोना के इस नए रूप को लेकर अहम जानकारियां दी हैं। डॉ त्रेहान ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति 18 से 20 लोगों को कोरोना पॉजिटिव कर सकता है। उन्होंने बताया कि ओमिक्रॉन का R नॉट वैल्यू अन्य वैरिएंट की तुलना में कहीं ज्यादा है। डॉक्टर त्रेहान ने लोगों को कोरोना के इस वैरिएंट से सतर्क रहने की सलाह दी। डॉ त्रेहान ने कहा कि हमारे पास वैक्सीनेशन के अलावा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि इससे न्यूनतम सुरक्षा बनी रहेगी। उन्होंने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर बताया कि इसके बारे में जानने और रोकने के लिए इस पर अधिक से अधिक डेटा की आवश्यकता है। डॉ त्रेहान ने कहा कि यह ठीक होने वाला है या विनाशकारी होने वाला है, इससे संबंधित हमारे पास कोई सुझाव नहीं है। हम केवल इतना जानते हैं कि हम बहुत मुश्किल स्थिति में हैं, क्योंकि जो नया वैरिएंट मिला है उसके 30 से अधिक रूप हैं। डॉ त्रेहान ने कहा, ‘हम नहीं जानते कि यह कैसा व्यवहार करेगा, लेकिन अगर आप दक्षिण अफ्रीका के शुरुआती आंकड़ों पर नजर डालें तो यह कहता है कि एक दिन में मामलों की संख्या दोगुनी हो सकती है। यह एक ऐसा सच है जो पूरी दुनिया को सतर्क कर रहा है। हमें सावधान रहना चाहिए, लेकिन घबराना नहीं चाहिए। टीकाकरण महत्वपूर्ण है।’ वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि 29 देशो में 373 ओमिक्रोन के केस दुनिया में रिपोर्ट हुए हैं। भारत इस पर नजर रखा हुआ है। लव अग्रवाल ने कहा कि ये ओमिक्रोन वैरिएंट बीटा और डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा तेजी से फैलता है। डब्लूएचओ के मुताबिक, इस वैरिएंट में 45 से 52 म्यूटेशन देखे गए हैं। रिपोर्ट में जो अब तक आई है उसमें इसे माइल्ड पाया गया है। ओमिक्रोन के खतरों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन पर हमें ध्यान देना है, उसी तरह मास्क और बाकी चीज़ें जैसे हाथ धोना जारी रखना है।