कासगंज, 27 मई (ए)। यूपी के कासगंज जिले में गुरुवार को कोरोना कर्फ्यू के बाद बाजारों में घूमने वालों के साथ प्रशासन ने इस कदर सख्ती बरती उन्हे पकड़-पकड़कर जबरन वैक्सीन लगवा दी गई। इससे पटियाली व आसपास के कस्बे में खलबली मच गई। तहसीलदार की टीम द्वारा की गई इस कार्रवाई का वीडियो वायरल हो गया। मामला संज्ञान में आते ही एसडीएम ने तहसीलदार से जवाब-तलब किया है। जानकारी के अनुसार गुरुवार को दोपहर को पटियाली कस्बे के बाजार से होकर तहसीलदार राजीव निगम और नायब तहसीलदार जा रहे थे। तभी पैदल व बाइकों से इधर उधर जा रहे लोगों को तहसील की टीम ने रोक लिया और जबरन दो लोगों को गाड़ी में बैठा लिया। इसी दौरान एक अन्य ग्रामीण को गाड़ी में बैठाकर अस्पताल भेजने का प्रयास किया तो वो ग्रामीण गाड़ी से कूदकर भागने लगा। तहसीलदार की गाड़ी में सवार पुलिसकर्मी ने दौड़ कर उसे पकड़ा और गाड़ी में फिर बैठाकर अस्पताल भिजवा दिया। यह देखकर बाजार में अफरातफरी और भगदड़ मच गई। किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। एसडीएम पटियाली रवेंद्र कुमार व सीओ पटियाली दीप कुमार पंत के संज्ञान में ये मामला आया तो वो भौंचक रह गए।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम रविन्द्र कुमार ने तहसीलदार पटियाली राजीव निगम से जवाब तलब किया है। एसडीएम का कहना है कि इस मामले में तहसीलदार व नायब तहसील से पूछा जा रहा है कि जबरन टीकाकरण कराने को लेकर सामने आए वीडियो की सच्चाई क्या है।