मेरठ, 11 अप्रैल (ए)। यूपी के मेरठ में परतापुर इलाके में रविवार को एक शादी के दौरान वह हुआ जिसकी उम्मीद दूल्हे को नही थी। दुल्हन, कन्यादान करने वाले परिजन और फेरे कराने वाला पंडित सब कुछ फर्जी। दुल्हन चार फेरे होते ही सारे जेवरात समेटकर फुर्र हो गई। शादी के नाम पर धोखा हो जाने का पता जब लगा तो दूल्हे के होश उड़ गए। पीड़ित ने परतापुर में पुलिस को तहरीर दी और दुल्हन की तलाश की मांग की है। जानकारी के अनुसार
मुजफ्फरनगर के मोहम्मदपुर गूमी निवासी देवेंद्र ने बताया कि उसका परिचित प्रदीप मोदीनगर में रहता है। शादी के लिए प्रदीप का प्रस्ताव आया और बताया कि एक परिवार बेटी की शादी करना चाहता है। बदले में एक लाख रुपये देने होंगे। युवती का फोटो भी देवेंद्र को व्हाट्सएप पर दिया गया। देवेंद्र ने शादी के लिए हामी भर दी। रविवार को परतापुर में शादी तय कर दी गई। देवेंद्र एक लाख रुपये और जेवरात लेकर रविवार दोपहर परतापुर के भूड़बराल गांव में पहुंचा। यहां मंदिर में शादी कराया जाना तय था। दोपहर में मोहिउद्दीनपुर बाग के पास शिव मंदिर में शादी की रस्में शुरू की गईं। युवती पक्ष से तीन लोग थे। देवेंद्र पक्ष से चार लोग थे।
अभी चार फेरे ही हुए थे कि दुल्हन पक्ष ने तय रकम मांग ली। रकम लेने के बाद एक फेरा और लिया तो दुल्हन ने बाथरूम जाने की बात कह दी। इसके बाद दुल्हन गई तो वापस नहीं लौटी। दुल्हन की मौसी बताने वाली महिला और एक अन्य व्यक्ति दुल्हन को खोजने के बहाने निकल गए। इसी बीच शादी कराने वाला पंडित भी गायब हो गया। काफी देर तक किसी का कुछ पता नहीं चला तो देवेंद्र व उसके साथी समझ गए कि धोखा हो गया है। इसके बाद देवेंद्र और उसके पक्ष के लोग परतापुर थाने पहुंचे और तहरीर दी। दुल्हन का फोटो भी दिया गया। पुलिस इस मामले में दिए गए मोबाइल नंबर के आधार पर जांच कर रही है। इंस्पेक्टर परतापुर नजीर खां ने बताया कि मामले में छानबीन की जा रही है।