लखनऊ, 08 मार्च (ए)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की काउंटिंग से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने काउंटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने एग्जिट पोल्स में बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी को भी इसी का एक हिस्सा बताया है। अखिलेश यादव ने मंगलवार शाम को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई है और अब बदलाव के लिए क्रांति करनी होगी।
अखिलेश यादव ने कहा, ”यह सूचना मिल रही थी मुख्यमंत्री के सबसे बड़े अधिकारी, प्रमुख सचिव का जगह-जगह फोन जा रहा है कि जहां बीजेपी हारे वहां काउंटिंग स्लो करिए। जहां बीजेपी हारे वहां काउंटिंग स्लो होनी चाहिए। यदि हम पिछला चुनाव देखें जो बीजेपी की जो जीत हुई, 47 सीटें ऐसी हैं जहां 5 हजार से कम वोट का मार्जिन है। आज बनारस में देखने को मिला है, ईवीएम ले जाईं जा रही थीं। एक ट्रक पकड़ा गया, दो ट्रक लेकर भाग गए। यदि सरकार वोट की चोरी नहीं कर रही थी तो बताए दो गाड़ियां क्यों भागीं। सुरक्षा का इंतजाम क्यों नहीं किया गया। क्या वजह है कि बिना सिक्यॉरिटी के ईवीएम जा रही हैं। किसी वेयर हाउस और स्ट्रॉन्ग रूप में रखा है तो बिना प्रत्याशियों को सूचना दिए मूव नहीं किया जा सकता है।’
वाराणसी, बरेली और सोनभद्र में ईवीएम और बैलेट पेपर गायब करने का आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ये उसी दिन घबरा गए जिस दिन अखबरों में आया कि कहीं पार्क की सफाई हो रही है, कहीं घर की सफाई हो रही है। जमीन पर बीजेपी के खिलाफ गुस्सा है।”
अखिलेश यादव ने एग्जिट पोल्स में बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी को लेकर कहा, ”एग्जिट पोल से परेसेप्शन क्रिएट करना चाहते हैं कि बीजेपी जीत रही है। ताकि चोरी भी करें तो पता ना लगे कि चोरी हुई है। यदि हमने वोट दिया है तो मैं नौजवानों, किसानों और आम लोगों से कहूंगा कि हमारी जिम्मेदारी है कि वोट को बचाएं। वोट नहीं गिना जाएगा तो लोकतंत्र कहां जाएगा। यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई है। इसके बाद तो जनता को क्रांति करनी पड़ेगी। तभी बदलाव आएगा।”
अखिलेश यादव ने कहा, ”इसलिए मैं अपनी पार्टी के लोगों से सच्चे ईमानदार सिपाही, अधिकारी, पत्रकार आगे आएं और लोकतंत्र बचाने के लिए खड़े हों। जब तक काउंटिंग ना हो जाए तब तक नजर रखें। जहां मशीने रखी हैं वहां किसी का आना जाना ना हो। यह लोकतंत्र के लिए खतरे का समय है। जो दल हार गया अब उसके बस में यही है जो वह करने जा रहे हैं। जितने एग्जिट पोल हुए हैं, इसलिए हुए हैं। अब ईवीएम पकड़ी गई हैं, अधिकारी कोई ना कोई बहाना बताएंगे, कि हम इसलिए ले जा रहे थे। आखिरकार फोर्स के साथ क्यों नहीं जा रही हैं? बनारस में घटना हुई है, बरेली में एक कचरे की गाड़ी में सीलबंद तीन बक्से पकड़े गए हैं। एक में बैलेट पेपर था। करीब 500 बैलेट पेपर पकड़े गए। इसी तरह सोनभद्र का है, वहां भी पड़े पैमाने पर चीजें पकड़ी गईं। क्या सफाई देगी सरकार?’