लखनऊ , 12 जनवरी (ए)। योगी सरकार की कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ MP-MLA कोर्ट ने गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया है। देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में बुधवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ स्पेशल मजिस्ट्रेट एमपी-एमएलए/एसीजेएम द्वितीय योगेश यादव ने गैर जमानती वारंट जारी करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने यह आदेश पूर्व मंत्री के अदालत में हाजिर नहीं होने पर दिया है। मामले में अगली सुनवाई 24 जनवरी को होगी। स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बयान दिया था कि किसी को भी पूजा नहीं करनी चाहिए। इस पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में उन पर केस दर्ज कराया गया था। साल पुराने मामले में उनके खिलाफ इस समय गिरफ्तारी वॉरंट जारी होने को लेकर सवाल भी उठाए जा सकते हैं। यही नहीं चुनाव से ऐन पहले ऐसा होने को वह अपने पक्ष में भी भुना सकते हैं। 2014 में उन्होंने एक विवादित बयान दिया था, जिसमें कहा था कि किसी को भी पूजा नहीं करनी चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य को आज अदालत में पेश होना था। लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हुए तो फिर उनके खिलाफ यह वारंट जारी किया गया। हालांकि वारंट की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ सकते हैं क्योंकि मंगलवार को ही उन्होंने यूपी सरकार की कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। उनका कहना था कि दलितों और पिछड़ों की सरकार में उपेक्षा होने के चलते मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं। यही नहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी से जुड़ने का ऐलान किया है। उनके अलावा एक और मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी आज योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। वह भी अखिलेश यादव से मिले हैं।