नयी दिल्ली: सात अप्रैल (ए) भारतीय जनता पार्टी को वित्त वर्ष 2023-24 में सबसे अधिक 2,243 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा मिला है जो राष्ट्रीय राजनीतक दलों में सर्वाधिक है। चुनाव से संबंधित एक संगठन ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) ने अपनी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है।
यह रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को सौंपे गये आंकड़ों पर आधारित है, इन आंकड़ों में 20 हजार रुपये से अधिक के राजनीतिक चंदे के बारे में जानकारी दी गयी है।राष्ट्रीय दलों को प्राप्त कुल घोषित चंदे की राशि 2,544.28 करोड़ रुपये है, जो 12,547 दाताओं से प्राप्त हुआ है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 199 प्रतिशत अधिक है।
अकेले भाजपा के घोषित दान का कुल हिस्सा 88 प्रतिशत है। कांग्रेस 1,994 दान से 281.48 करोड़ रुपये के चंदे के साथ दूसरे स्थान पर रही जो भाजपा से काफी नीचे है।
आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीईपी) ने कम राशि की जानकारी दी, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक बार फिर 20,000 रुपये की सीमा से ऊपर शून्य दान की घोषणा की, जो पिछले 18 वर्षों से इसके दाखिल किए गए आंकड़ों के अनुरूप है।
भाजपा को मिलने वाला चंदा वित्त वर्ष 2022-23 के 719.858 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 2,243.94 करोड़ रुपये हो गया, जो 211.72 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी तरह, कांग्रेस को मिलने वाला दान वित्त वर्ष 2022-23 में 79.924 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 281.48 करोड़ रुपये हो गया, जो 252.18 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।