नयी दिल्ली: आठ मई (ए) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बुधवार को एक बड़े घूसखोरी का भंडाफोड़ करते हुए दो वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक हृदय रोग विभाग के प्रोफेसर अजय राज और सहायक प्रोफेसर पर्वत गौड़ा चन्नप्पागौड़ा को चिकित्सा उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं से उनके उत्पादों और स्टेंट का उपयोग करने के एवज में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक सीबीआई ने नागपाल टेक्नोलॉजीज के चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ता नरेश नागपाल को गिरफ्तार किया है, जिसने चिकित्सा उपकरणों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए पर्वतगौड़ा को 2.48 लाख रुपये का भुगतान किया था।
उन्होंने दावा किया कि भारती मेडिकल टेक्नोलॉजीज के भरत सिंह दलाल जिन्होंने यूपीआई का उपयोग करके अजय राज को दो बार रिश्वत दी, और अबरार अहमद जिन्होंने अस्पताल में ‘कैथ लैब’ प्रभारी रजनीश कुमार को रिश्वत दी।
उन्होंने बताया कि रजनीश कुमार के साथ-साथ लिपिक भुवल जायसवाल, संजय कुमार और विकास कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई ने आरोप लगाया कि भुवल जायसवाल ने चिकित्सकों से मुलाकात कराने के लिए रिश्वत ली, जबकि संजय कुमार ने फर्जी चिकित्सा प्रमाणपत्रों के लिए रिश्वत ली।
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को यहां एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 मई तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया।
हाल के दिनों में चिकित्सकों और चिकित्सा उपरकणों के आपूर्तिकर्ताओं के बीच सांठगांठ के खिलाफ यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। सीबीआई ने पिछले साल सफदरजंग अस्पताल के न्यूरोसर्जन मनीष रावत को चिकित्सा उपरकणों के आपूर्तिकर्ताओं से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था।