नयी दिल्ली, तीन अप्रैल (ए) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार को लोकतंत्र और न्याय की राह में सबसे बड़ा रोड़ा करार देते हुए सोमवार को कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्रमुख जिम्मेदारी भारत को इससे मुक्त कराना है।.
सीबीआई के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि मौजूदा सरकार में भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी नहीं है।सीबीआई को कहीं भी हिचकने, कहीं रुकने की जरूरत नहीं है। इसलिए हमें क्राइम और करप्शन के मल्टी नेचर को समझना होगा और उसकी जड़ तक पहुंचना होगा।सीबीआई पर देश के हर गांव पंचायत सहित करोड़ों लोगों का विश्वास तभी जब भी किसी भी जांच की बात आती है तो सबसे पहले सीबीआई का नाम लिया जाता है, एक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने रूप में सीबीआई ने 60 वर्ष का सफर पूरा किया है। इन 6 दशक में सीबीआई ने कई बहुआयामी और बहुअनुशासनात्मक जांच एजेंसी के तौर पर अपनी पहचान बनाई है जिसके चलते मौजूदा समय में इसका दायरा बहुत बड़ा हो चुका है। महानगर से लेकर जंगल तक अब सीबीर्आठ को दौड़ना पड़ रहा है।