लखनऊ,05 अप्रैल (ए)। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 795 अधिकारियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुुधवार को नियुक्ति पत्र बांटे। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मिशन रोजगार के तहत अलग-अलग विभागों के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस मौके पर सीएम योगी ने सभी चयनित युवा कार्मिकों का अभिनंदन किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले भर्तियों में भ्रष्टाचार इस कदर था कि जो योग्य नहीं था, वो आयोग का अध्यक्ष होता था। आज लोक भवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में सीएम योगी ने 795 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश की बदली हुई छवि पर बातें की।
उन्होंने कहा कि आप सभी चयनित युवा कार्मिकों का अभिनंदन करता हूं। उत्तर प्रदेश में कार्य करना एक गौरव की बात है, ये माना जाता है, जिसने यहां कार्य किया। वह देश में कही भी कार्य कर सकता है, ये कार्मिक की धारणा है। उत्तर प्रदेश में शासन की नीतियों के आधार पर कार्य करना बड़ी जिम्मेदारी होती है। शासन की छवि कार्मिकों के आचरण से ही मजबूत होती है। सीएम योगी ने आगे कहा कि हमारी टीम ने केंद्र और राज्य के योजनाओं को धरातल पर शत प्रतिशत उतारने के लिए पूरी ईमानदारी से कार्य किया है। इससे उत्तर प्रदेश के विकास की गति तेज हुई है। इसी के चलते आज उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की धारणा बदली है और आज यह उदाहरण है।आपकी पीढ़ी सौभग्यशाली है कि आपने इस सरकार के समय आवेदन किया। कोई सिफारिश नहीं करनी पड़ी, आज आपकों नियुक्तिपत्र दिया, नियुक्ति विभाग ने आपको कॉल करके बुलाया।मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर शासन की नियत में खोट हो, भ्र्ष्टाचार का बोलबाला हो तो कुछ नहीं किया जा सकता। हमने जब 2017 मे शासन संभाला तब सरकारी पद खाली पड़े थे, एक लाख 64 हजार पुलिसकर्मी की भर्ती हुई। पिछली सरकार में PAC की 54 कंपनियां खत्म कर दी गई थी। पहले भर्तियों में भ्रष्टाचार इस कदर था कि जो योग्य नहीं था वो आयोग का अध्यक्ष होता था। आज उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है जहां परीक्षा के पहले ही मुन्नाभाई जैसे सॉल्वर उठा लिए जाते है। सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की धारणा बदली है, यहां की कार्यशैली ने लोगों के प्रश्नों का उत्तर दे दिया है। प्रधानमंत्री जी के निर्देशन पर ये मिशन रोजगार की प्रक्रिया चल रही है। हमारे मुख्य सचिव जी पिछले 39 वर्षो से लगातार प्रशासनिक कार्य कर रहे है, ये उदाहरण है। जिससे सरकारी कार्यकुशलता पता चलती है। इसी तरह कृषि उत्पादन आयुक्त जी भी 35 वर्ष से लगातार कार्य कर रहे है। ये हमारे प्रशासन के अधिकारी युवाओं के रोल मॉडल है, आप इनसे सीखिए।