नई दिल्ली, 29 दिसंबर (ए)। देशभर में एक बार फिर कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लोगों के मन में एक सवाल उठ रहा है कि क्या भारत में तीसरी लहर आएगी? इस सवाल का जवाब कोविड-19 के एक्सपर्ट्स अपने-अपने तरीके से दे रहे हैं। इसी बीच कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पॉल कट्टुमन ने अनुमान लगाया है कि कुछ दिनों के भीतर भारत में कोविड-19 के केसों में भारी बढ़ोतरी हो सकती है और आगामी वर्ष फरवरी में भारत को कोरोना वायरस की तीसरी लहर का सामना कर पड़ सकता है।
यहां ये बात गौर करने वाली है कि कैंब्रिज की स्टडी में पहले यह दावा किया गया था इसी साल मई माह में भारत में कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है। स्टडी में दावा किया गया है कि 1.4 अरब आबादी वाले भारत में ओमिक्रॉन के प्रवेश के बाद से कोरोना मामलों में इजाफा हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रोफेसर कट्टुमन का कहना है कुछ दिनों में या संभवत: इस सप्ताह के भीतर कोरोना नए संक्रमण दर बढ़ने लगेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अभी इसका अनुमान लगाना मुश्किल है कि इसकी दर कितनी तेज होगी और हर रोज कितने केस सामने आएंगे।
मालूम हो कि कट्टुमन और उनकी रिसर्च टीम दुनियाभर के देशों में कोविड ट्रैकर का अध्ययन करती है। हाल के दिनों में उन्होंने भारत में छह राज्यों को “महत्वपूर्ण चिंता” के रूप में देखा, जिसमें नए मामलों की वृद्धि दर 5% से अधिक थी। ट्रैकर के मुताबिक यह गंभीर स्थिति भारत के 11 राज्यों तक पहुंच गई है।
बताते चलें कि कैम्ब्रिज इंडिया ट्रैकर ने मई में देशभर में दूसरी लहर की सटीक भविष्यवाणी की थी। अगस्त में यह भी अनुमान लगाया गया था कि जब तक लोगों का टीकाकरण नहीं हो जाता, तब तक भारत में कोरोना का प्रकोप रहेगा।