चीन में कोरोना का कहर : राष्ट्रपति चिनफिंग व लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन जारी, संक्रमण के मामले बढ़े

अंतरराष्ट्रीय
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बीजिंग, 28 नवंबर (ए) कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए कड़े प्रतिबंधों के खिलाफ प्रदर्शन राजधानी बीजिंग तक फैल गए हैं जबकि चीन ने सोमवार को इससे जुड़ी चिंताओं को खारिज कर दिया।.

इस बीच, चीन में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और रविवार को करीब 40,000 नए मामले सामने आए। लगातार पांचवें दिन बीजिंग में कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 4,000 मामले सामने आए। इस दौरान शंघाई, नानजिंग और गुआंगजौ में  प्रदर्शन हिंसात्‍मक हो गया। कई जगहों पर स्‍थानीय पुलिसकर्मियों एवं प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प देखी गई है। 2.6 करोड़ की आबादी वाले शंघाई में स्थिति बेहद नाजुक है। वहां स्थितियां बेकाबू है। प्रदर्शनकारी चिनफ‍िंग के इस्‍तीफे की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रदर्शन के वीडियो आ रहे हैं। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि शंघाई में लगातार तीसरे दिन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया ।
चीन में लाकडाउन के खिलाफ प्रदर्शनकारी काफी आक्रामक हो गए हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदर्शनकारी पुलिस पर हमला कर रहे हैं। यहां पर 300 लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने काली मिर्च का स्‍प्ने तक यूज किया है। यहां पर जनता नारे लगा रही थी, चिनफ‍िंग गद्दी छोड़ो, कम्‍युनिस्‍ट पार्टी गद्दी छोड़ो।’ इसके साथ ही लोग चिल्‍ला रहे थे चीन को अनलाक करो,’ प्रेस की आजादी चाहिए।
वर्ष 2020 में कोरोना महामारी ने दुनिया के कई देशों को शिकार बनाना शुरू कर दिया। उस वक्‍त चीन पर लापरवाही बरतने और वुहान को लाक नहीं करने के आरोप लगे। उस वक्‍त चीन को शर्मिंदगी से बचाने के लिए चिनफ‍िंग ने जीरो कोविड नीति लांच की थी। इसके तहत बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की गई। चीन में कठोर आइसोलेशन नियम लगाए गए। चीन में यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया। चीन का मानना है कि जब तक कोरोना वायरस का एक भी मामला रहेगा, यह नीति लागू रहेगी। चिनफ‍िंग सरकार की मानें तो यह नीति पूरी तरह से विज्ञान के नियमों पर आधारित है।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीन के लाकडाउन के बारे में कथित रूप से असंतोष फैलाने के लिए पश्चिमी मीडिया पर निशाना साधा है। इसमें कहा गया है कि वैचारिक मतभेदों के कारण यह पश्चिमी देशों और साम्‍यवादी सरकारों की निंदा करने की प्रवृत्ति बन गई है। अखबार में कहा गया है कि चीन में इससे पहले भी प्रदर्शन हुए हैं। इसमें कहा गया है कि पिछले हफ्ते चीन के शहर झेग्‍झौ में दुनिया की सबसे बड़ी आईफोन फैक्‍ट्री में विरोध प्रदर्शन हुआ है। अखबार में आगे कहा गया है कि प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प भी हुई ।