अहमदाबाद/नयी दिल्ली, 15 जून (ए) भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार शाम को कहा कि अरब सागर में 10 दिनों तक छाये रहने के बाद चक्रवात ‘बिपारजॉय’ ने गुजरात के कच्छ जिले में जखौ बंदरगाह के नजदीक दस्तक दे दी है और इसके टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।.
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चक्रवात के कारण कच्छ और सौराष्ट्र तटों के आसपास तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, जिसके चलते एजेंसियों को सतर्क रखा गया है।.
इसने एक बयान में कहा कि ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ बिपारजॉय उत्तरी अरब सागर में केंद्रित है और यह 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सौराष्ट्र तट के करीब आ रहा है, जिसकी रफ्तार 140 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।.आईएमडी ने कहा, ‘‘चक्रवात के टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।’’
इसने कहा कि यह प्रक्रिया मध्यरात्रि तक पूरी होगी।
चक्रवात के कारण कच्छ और सौराष्ट्र तटों के आसपास तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, जिसके चलते एजेंसियों को सतर्क रखा गया है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, ‘‘घने संवहनी बादलों के कच्छ और देवभूमि द्वारका जिलों में प्रवेश के बाद चक्रवात के टकराने की प्रक्रिया शुरू हुई। यह मध्य रात्रि तक पूरी होगी।’’
इससे पहले, च्रकवात बिपारजॉय का ‘‘वॉल क्लाउड’’ क्षेत्र बृहस्पतिवार शाम को गुजरात के सौराष्ट्र तट पर सक्रिय हो गया था।
‘‘वॉल क्लाउड’’ ऐसे बादल हैं जो सामान्य बादलों की अपेक्षा पृथ्वी के अधिक नजदीक आ जाते हैं, जो संभावित चक्रवात के शुरुआती चरण का संकेत देते हैं।
दिन में आईएमडी ने कहा कि चक्रवात अत्यधिक भारी वर्षा लाएगा और ‘‘खगोलीय ज्वार’’ पैदा होने के चलते 2-3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं, जिसके चलते चक्रवात के टकराने के दौरान कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका है।
वहीं, अधिकारियों ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य को लेकर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के अलावा सेना, वायुसेना, नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने भी कमर कस ली है।
आशंका है और इस दौरान हवा की अधिकतम गति 140 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका के मद्देनजर आठ तटीय जिलों से 94,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है।
अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ की 15 टीम और एसडीआरएफ की 12 टीम के अलावा भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, भारतीय तट रक्षक और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है।
तटीय गुजरात के कई हिस्सों में बुधवार से ही तेज हवाएं चलने के साथ भारी बारिश जारी है।