शहडोल (मप्र), 27 जनवरी (ए) मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में वर्षों से बंद पड़ी एक भूमिगत कोयला खदान में चोरी की नीयत से घुसे चार युवकों की कथित रूप से किसी जहरीली गैस के रिसाव की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।.
उन्होंने बताया कि यह घटना शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 28 किलोमीटर दूर धनपुरी पुलिस थाना इलाके में बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीब 10 से 11 बजे के बीच हुई और उनके शवों को आज सुबह करीब साढ़े चार बजे वहां से बाहर निकाला गया।.
यह भूमिगत कोयले की खदान कई वर्षों से बंद थी और इसके अंदर जाने के लिए जो सुरंग बनाई गई थी, उसका मुंह पत्थरों, ईंटों, सीमेंट एवं मिट्टी से बंद कर दिया गया था तथा कोयले की खुदाई में इस्तेमाल होने वाले लोहे का सामान एवं अन्य कबाड़ वहीं अंदर पड़े थे। इसी सामान को चुराने की नीयत से ये चारों युवक इस खदान में सुरंग का बंद किया गया मुंह खोल कर अंदर घुसे थे, जबकि उनका एक अन्य साथी सुरंग के बाहर ही खड़ा था।
जब ये चारों सुरंग के अंदर से काफी देर तक बाहर नहीं आये, तो बाहर खड़े इस युवक ने अंदर झांक कर देखा तो वे चारों वहां मृत अवस्था में पड़े हुए थे। इसके बाद उसने अपने परिजन एवं पुलिस को बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीब 12 बजे इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस बल एवं कोयला खदान बचाव दल मौके पर पहुंचा तथा इन युवकों के शवों को वहां से बाहर निकाला।
शहडोल जिले के पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने शुक्रवार को बताया, ‘‘धनपुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्षों से बंद पड़ी एक भूमिगत खदान में कल रात धनपुरी थाना क्षेत्र के कुछ युवक खदान में सुरंग बनाकर चोरी करने की नीयत से अंदर घुसे और एक युवक बाहर ही खड़ा था। भूमिगत खदान के अंदर गए युवक जब काफी देर तक वापस नहीं आए तो बाहर खड़े युवक ने अंदर देखा तो युवक मृत अवस्था में पड़े हुए थे।’’
उन्होंने कहा कि इसके बाद यह युवक मौके से भाग गया और फिर उसने परिजनों और पुलिस को सूचना दी।
प्रतीक ने बताया कि सूचना के बाद पुलिस बल और कोयला खदान का बचाव दल मौके पर पहुंचा तथा चार घंटे की मशक्कत के बाद इन युवकों को बाहर निकाला जा सका। इन्हें तत्काल शहडोल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया लेकिन इनकी मौत हो चुकी थी।
उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच से ऐसा माना जा रहा है कि बंद कोयला खदान में किसी जहरीली गैस के रिसाव की चपेट में आने से इन युवकों की मौत हुई