जौनपुर (उप्र) नौ मार्च (ए) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को विपक्ष की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग जलाभिषेक पर रोक लगाते थे और भारत में पर्व-त्योहारों के पहले दंगे करवाते थे।
योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जौनपुर में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति का अनावरण किया और सड़क: पेयजल के साथ समग्र विकास से जुड़ी 899 करोड़ रुपये की 256 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।इस मौके पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जब राष्ट्र नायकों के प्रति सम्मान का भाव होगा तो दुनिया की कोई ताकत भारत का बाल बांका नहीं कर पाएगी।उन्होंने कहा, ”पहले की सरकारें राम भक्तों पर लाठियां बरसाती थीं, भगवान शिव पर जलाभिषेक पर रोक लगाती थीं, लेकिन आज हमारी सरकार राम भक्तों पर फूल बरसाती है, आज डबल इंजन की सरकार श्री राम का दर्शन करवा रही है।”विपक्ष पर हमलावर मुख्यमंत्री ने सवालिये लहजे में कहा,”केंद्र एवं राज्य में यदि डबल इंजन सरकार न होती तो क्या राम मंदिर बन पाता। ये लोग लाठी-डंडा बरसाते थे। क्या काशी में काशी विश्वनाथ धाम बन पाता, ये लोग जलाभिषेक पर रोक लगाते थे। ये लोग भारत में पर्व-त्योहारों के पहले दंगे कराते थे।”उन्होंने कहा, ”आज सरकार शांतिपूर्ण ढंग से त्योहार मनाने के लिए प्रोत्साहित एवं सहयोग करती है। वह सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करती है। सरकार किसी को भी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ की छूट नहीं देती है। ऐसा करने वालों को कीमत चुकानी पड़ेगी। हमारा देश बदल चुका है। एक नए भारत का दर्शन हो रहा है। पहले जय श्री राम का नारा लगाने पर लाठियां बरसती थीं, अब दुनिया अयोध्या धाम दर्शन करने पधार रही है।”
उन्होंने कहा कि 2024 का एक ही संकल्प होना चाहिए और वह है मोदी सरकार। योगी ने जौनपुर वासियों को संकल्प दिलाया कि फिर एक बार-मोदी सरकार।
महाराणा प्रताप की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ महाराणा प्रताप गुलामी की जंजीरों को तोड़ने वाले महानायक थे। उन्होंने कहा था कि घास की रोटी खाऊंगा, लेकिन विदेशी हुकूमत के सामने शीश नहीं झुकाऊंगा। आज सैकड़ों वर्ष बाद भी देश में स्वाभिमान, शौर्य एवं पराक्रम की बात आती है तो महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह, रानी लक्ष्मीबाई के प्रति हर भारतवासी के मन में सम्मान आता है।’’
योगी ने कहा कि महाराणा प्रताप की प्रतिमा भी स्वाभिमान का वही प्रतीक है, जो राष्ट्रवाद के मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान कर रही है।