नयी दिल्ली: 20 मार्च (ए)प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक इकाई एसडीपीआई के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत बृहस्पतिवार को कई राज्यों में नए सिरे से छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि तमिलनाडु के मेट्टुपलायम, कोयंबटूर, अर्काट और वेल्लोर, राजस्थान के भीलवाड़ा और कोटा, केरल के कोट्टायम तथा पलक्कड़ में कई परिसरों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत छापे मारे गए।संघीय जांच एजेंसी ने मामले में पहले दौर की तलाशी मार्च के पहले सप्ताह में की थी और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एम के फैजी को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने फैजी को हिरासत में देने का अनुरोध करते हुए अदालत के समक्ष दावा किया था कि दोनों संगठनों के बीच ‘‘नैसर्गिक’’संबंध हैं और पीएफआई राजनीतिक इकाई (एसडीपीआई) के माध्यम से अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
केंद्र सरकार ने सितंबर 2022 में पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया था। केंद्र सरकार ने इसे गैरकानूनी संगठन बताते हुए और कथित तौर पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में इसे प्रतिबंधित किया था। पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने से पहले ईडी, राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण (एनआईए) और विभिन्न राज्य पुलिस बलों सहित कई एजेंसियों ने इसके ठिकानों पर छापे मारे थे।
एसडीपीआई की स्थापना 2009 में हुई थी। यह निर्वाचन आयोग में एक राजनीतिक दल के रूप में भी पंजीकृत है।
इस सप्ताह की शुरुआत में फैजी को हिरासत में देने का अनुरोध करते हुए ईडी ने अदालत से कहा था कि पीएफआई और एसडीपीआई आपस में जुड़े हुए हैं और एसडीपीआई कुछ और नहीं बल्कि पीएफआई का राजनीतिक मुखौटा है तथा एसडीपीआई द्वारा इसे वित्तपोषित और नियंत्रित किया जाता है।