लखनऊ/नयी दिल्ली: 24 अप्रैल (ए) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी और घर खरीदारों को धोखा देने से जुड़े धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को उत्तर प्रदेश में स्थित एक रियल एस्टेट समूह के खिलाफ छापे मारे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ईडी अधिकारियों ने प्रयागराज स्थित तुलसियानी कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े 10 परिसरों और लखनऊ, मेरठ, नोएडा और प्रयागराज के अलावा हरियाणा के गुरुग्राम में कुछ स्थान पर छापा मारा।एजेंसी ने तुलसियानी समूह के खिलाफ जांच के तहत हरैया (बस्ती) से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक अजय सिंह के एक रिश्तेदार के लखनऊ में गोमती नगर स्थित एक कार्यालय परिसर पर भी छापा मारा।
सूत्रों ने कहा कि तुलसियानी समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनिल तुलसियानी और उनकी पत्नी पहले प्रयागराज की इस कंपनी के निदेशक थे और अब इस कंपनी में नए निदेशक जुड़ गए हैं, जो भाजपा विधायक से कथित रूप से जुड़े हैं।
सूत्रों ने कहा कि ईडी कंपनी और इसके कर्ताधर्ताओं द्वारा घर खरीदारों से धोखाधड़ी और बैंक ऋण धांधली के आरोपों पर सबूत जुटाने के लिए सभी परिसरों में तलाशी ले रही है।
सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें अपने लखनऊ स्थित दफ्तर में ईडी के छापों की जानकारी सुबह मिली थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। आयकर विभाग ने करीब तीन साल पहले भी छापे मारे थे। मैं भाजपा का समर्पित सिपाही हूं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘लोग कहते हैं कि भाजपा केवल विपक्षी दलों को निशाना बनाती है, लेकिन मेरे खिलाफ इस कार्रवाई से यह दावा गलत साबित हो गया है।’’
‘पीटीआई’ ने इस बाबत प्रतिक्रिया के लिए कंपनी को एक ईमेल भेजा, लेकिन अभी कोई जवाब नहीं मिला है।
अधिकारियों ने कहा कि तुलसियानी समूह और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ धनशोधन का मामला उत्तर प्रदेश पुलिस की एक प्राथमिकी पर आधारित है, जो पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शिकायत पर दर्ज की गई थी।
सूत्रों के अनुसार, पीएनबी ने कंपनी द्वारा 4.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी किए जाने का आरोप लगाया है। तुलसियानी के खिलाफ घर खरीदारों को कथित रूप से ठगने के मामले में भी जांच चल रही है। उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था और इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ईडी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया था।