नयी दिल्ली: 30 जनवरी (ए) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को बताया कि एजेंसी ने मध्यप्रदेश स्थित एक दुग्ध उत्पाद निर्माण कंपनी के खिलाफ छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की सावधि जमा (एफडी), 25 लाख रुपये नकद, कुछ महंगे वाहन और 60 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए हैं।
ईडी ने बताया कि जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और कंपनी के प्रमुख व्यक्तियों जैसे किशन मोदी, पायल मोदी, अमित कुकलोद और अन्य के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत 29 जनवरी को भोपाल, सीहोर और मुरैना में छापेमारी की गई।ईडी ने आरोप लगाया कि कंपनी ने ‘मिलावटी’ दूध उत्पाद बनाए और इंदौर स्थित निर्यात निरीक्षण एजेंसी (ईआईए) से प्रमाणन प्राप्त करने के लिए बीआईएस/एनएबीएल द्वारा जारी ‘झूठे’ प्रयोगशाला प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल किया। एजेंसी ने दावा किया कि इस प्रमाणपत्र का इस्तेमाल मिलावटी दूध उत्पादों के निर्यात के लिए किया गया।एजेंसी ने पाया कि ये प्रमाणपत्र या तो मूल रूप से अन्य कंपनियों को जारी किए गए थे या आरोपियों द्वारा ‘धोखाधड़ी’ से प्राप्त किए गए।
ईडी ने बताया कि अब तक 63 ‘जाली’ प्रयोगशाला प्रमाणपत्रों की पहचान की गई है, जिनका इस्तेमाल विभिन्न देशों में मिलावटी दूध उत्पादों के निर्यात के साथ-साथ घरेलू खपत के लिए किया गया था।
एजेंसी के मुताबिक, छापेमारी के दौरान लगभग 6.26 करोड़ रुपये की सावधि जमा, 25 लाख रुपये की नकदी के साथ-साथ बीएमडब्ल्यू और फॉर्च्यूनर जैसी महंगी कारें जब्त की गईं।
एजेंसी ने बताया कि किशन मोदी की विभिन्न कंपनियों और परिवार के सदस्यों के नाम पर लगभग 66 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों के दस्तावेज और अन्य ‘आपराधिक’ दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।