नयी दिल्ली,19 दिसंबर (ए)। प्रवर्तन निदेशालय ने 300 करोड़ रुपये से अधिक की कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़ी धनशोधन जांच के तहत तेल और गैस क्षेत्र की कुछ कंपनियों पर छापेमारी में 78 लाख रुपये मूल्य की मूल्यवान चीजें जब्त कीं।
एजेंसी ने एक बयान में कहा कि यह छापेमारी 15 दिसंबर को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में एसवीओजीएल ऑयल गैस एंड एनर्जी लिमिटेड तथा मैक्स टेक ऑयल एंड गैस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और इनसे जुड़ी कंपनियों के परिसरों पर की गई।धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दर्ज ईडी का मामला दो कंपनियों, प्रेम सिंघी, पदम सिंघी और अन्य के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है।
प्राथमिकी के अनुसार, एजेंसी ने कहा कि प्रेम सिंघी और पदम सिंघी ने अन्य लोगों के साथ मिलकर बैंकों के साथ 252 करोड़ रुपये (एसवीओजीएल ऑयल गैस एंड एनर्जी लिमिटेड के नाम पर पंजाब नेशनल बैंक से प्राप्त) और 65 करोड़ रुपये (मैक्स टेक ऑयल एंड गैस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर बैंक ऑफ इंडिया से प्राप्त) की ”धोखाधड़ी” की।
एजेंसी ने दावा किया कि जांच में पाया गया कि ‘खर्चों की आड़ में विभिन्न फर्जी/डमी कंपनियों को पैसा हस्तांतरित किया गया और इसे प्रवर्तकों द्वारा निकाल लिया गया। इसने कहा कि आरोपी व्यक्तियों ने ऐसे निवेश भी किए, जो बैंक ऋण के उद्देश्यों से संबंधित नहीं थे।
इसने कहा कि छापेमारी के दौरान फर्जी लेनदेन, फर्जी संस्थाओं के साथ लेनदेन और प्रतिभूतियों तथा अचल संपत्तियों में लगभग 90 करोड़ रुपये के निवेश से संबंधित साक्ष्य बरामद किए गए।
ईडी ने कहा कि अभियान के दौरान 78 लाख रुपये मूल्य की मूल्यवान चीजें और विभिन्न दस्तावेज तथा डिजिटल रिकॉर्ड भी जब्त किए गए।