नशीली दवाओं सहित ग्यारह अभियुक्त चढ़े पुलिस के राडार पर

उत्तर प्रदेश गाजीपुर
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नशे का बढ़ता कारोबार……

गाजीपुर। अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत नशीली दवाओं के कारोबारियों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए जनपदीय पुलिस टीम ने गिरोह के सरगना सहित ग्यारह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
स्वाट सर्विलांस व थाना कोतवाली सदर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा शहर में अवैध तरीकों से नशीलीं दवाओं का कारोबार करने वाले गिरोह के सरगना सहित 11 लोगों को मुखबिर की सूचना पर, क्षेत्र के महुआबाग से 23 जून को समय करीब 22.40 बजे गिरफ्तार करते हुए उनके पास से भारी मात्रा में दवाईयाँ, इंजेक्शन व नकदी बरामद किया है। उनके पास से बरामद नशीली इन्जेक्शन बुप्रीरेज (बुप्रीनारफीन) इन्जेक्शन 210 पीस प्रत्येक 02 एम एल एम्पुल तथा 30 शीशी प्रत्येक 10 एम एल ऐविल इन्जेक्शन एवं 560 पीस निडल और 180 पीस सिरिन्ज सहित बारह हजार रुपए बरामद हुआ।
गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों में धीरेन्द्र त्रिपाठी पुत्र स्व0 सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी निवासी महुआबाग कोतवाली सदर जनपद गाजीपुर उम्र 60 वर्ष,
छट्ठू राम पुत्र हरेन्द्र राम निवासी टड़वा यूसुफपुर थाना मोहम्मदाबाद गाजीपुर उम्र 19 वर्ष, सोनू पासवान पुत्र सुरेश पासवान निवासी नवपुरा यूसुफपुर थाना मोहम्मदाबाद गाजीपुर उम्र 25 वर्ष, अजय कुमार चौबे पुत्र स्व0 ओम प्रकाश चौबे निवासी राजापुर थाना करीमुद्दीनपुर जनपद गाजीपुर उम्र 51 वर्ष, सत्या डोम पुत्र हलवाई डोम निवासी ताडी घाट थाना सुहवल जनपद गाजीपुर उम्र 18 वर्ष, रोहित पुत्र स्व0 पटकू निवासी खुदाईपुरा थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर उम्र 19 वर्ष, सुजीत कुमार पुत्र मुन्नू निवासी चीतनाथ छवलका इनार थाना कोतवाली गाजीपुर उम्र 21 वर्ष, सद्दाम पुत्र रफी अहमद निवासी सराय की गली थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर उम्र 22 वर्ष, राजेश पुत्र अजय निवासी टड़वा कालोनी यूसुफुपुर थाना मोहम्मदाबाद जनपद गाजीपुर उम्र 19 वर्ष, शेरू पुत्र लल्लू निवासी नवाब फाटक थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर उम्र 19 वर्ष तथा सन्त लाल पुत्र जिउत राम निवासी कलेक्टर घाट थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर उम्र 52 वर्ष रहे।
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग बिहार से नशीली दवाइयाँ व इंजेक्शन सस्ते दामों में खरीदते हैं तथा नशा करने वाले लोगों को ऊँची कीमत पर बेचते तथा लगाते हैं।
बरामदगी के आधार पर थाना पर
एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायालय के सुपुर्द किया गया।