लखनऊ: 15 अप्रैल (ए)। यूपी के जिला समाहरणालयों में बम रखे जाने के दावे के साथ मंगलवार को स्थानीय प्रशासन को भेजे गए ईमेल से उत्तर प्रदेश के चार जिलों में अफरातफरी मच गई लेकिन बाद में ये ईमेल फर्जी निकले। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
वहीं, राम मंदिर पर हमले की चेतावनी के साथ राम जन्मभूमि ट्रस्ट को भेजे गए धमकी भरे ईमेल के बाद अयोध्या में एक मामला दर्ज किया गया है। उत्तर प्रदेश के चार जिला कलेक्ट्रेट कार्यालयों में बम रखे जाने का दावा करने वाले ई-मेल के बाद मंगलवार को आननफानन में सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया, लेकिन इमारतों को खाली कराने और गहन तलाशी के बाद कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। अधिकारियों ने कहा कि भेजे गए धमकी भरे ईमेल झूठे साबित हुए।
अधिकारी ईमेल के स्रोत का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।चार जिलों- फिरोजाबाद, अलीगढ़, बाराबंकी और चंदौली जिला प्रशासन को ये ईमेल भेजे गए थे जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों, बम निरोधक दस्ते तैनात किए गए और कलेक्ट्रेट परिसरों को खाली कराया गया।अधिकारियों ने पुष्टि की कि गहन छानबीन के बाद ये दावे झूठे पाए गए। सभी भवनों को खाली कराने के बाद गहनता से जांच की गई।अलीगढ़ में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “ईमेल मिलने के तुरंत बाद सुरक्षा बल जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंच गए और परिसर को खाली कराया जिसके बाद पूरे परिसर की गहनता से जांच की गई जहां कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई। धमकी भरा ईमेल सीधे अलीगढ़ जिला मजिस्ट्रेट की आधिकारिक ईमेल आईडी पर आई थी।”
बाराबंकी में जिला मजिस्ट्रेट शशांक त्रिपाठी ने कहा, “आज हमे एक धमकी भरा ईमेल मिला जिसमें दावा किया गया कि कलेक्ट्रेट परिसर में आरडीएक्स जैसे विस्फोटक लगाए गए हैं। हमने पुलिस अधीक्षक को इसकी सूचना दी जिसने बम निरोधक दस्ते को लगाया और पूरे परिसर की गहनता से जांच कराई। अभी तक कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई।”
चंदौली में जिला मजिस्ट्रेट निखिल टीकाराम फंडे ने कहा कि गोपाल स्वामी नाम से एक व्यक्ति ने ईमेल भेजकर कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इसी तरह, फिरोजाबाद में भी इसी तरह का ईमेल आया।