जाली हवाई टिकट बुकिंग गिरोह का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली: 10 अप्रैल (ए)। सस्ते दामों पर हवाई यात्रा का झांसा देकर लोगों को विभिन्न सोशल मीडिया मंच पर कथित तौर पर जाली टिकट बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उसके दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सलमान सईद सिद्दीकी (50) और रोहित राजाराम घनेकर (29) के रूप में हुई है, जो एक बड़े गिरोह का हिस्सा बताए जा रहे हैं।पुलिस के मुताबिक, यह मामला तब सामना आया, जब भगत सिंह पार्क निवासी राजीव चोपड़ा ने शिकायत दर्ज कराई कि दिल्ली से टोरोंटो की सस्ती हवाई यात्रा की पेशकश वाले एक सोशल मीडिया विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर जालसाजों ने जाली टिकट बुक किया और उससे 47,681 रुपये स्थानांतरित करवा लिए।पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने एक बयान में कहा, “विज्ञापन में दिए गए नंबर (जो एक वर्चुअल नंबर निकला) पर संपर्क करने के बाद शिकायतकर्ता से उसका व्यक्तिगत विवरण और भुगतान विवरण साझा करने के लिए कहा गया। इसके बाद जालसाजों ने जाली टिकट बुक किया और राशि प्राप्त होने के बाद कॉल काट दी। उक्त नंबर पर दोबारा संपर्क नहीं किया जा सका।”वलसन ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की और आरोपियों का पता लगाने के लिए एक टीम बनाई।

उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि ग्राहकों को किसी तरह का शक न हो, यह सुनिश्चित करने के वास्ते आरोपियों ने संपर्क करने के लिए वर्चुअल नंबर दिया, असली ट्रैवल एजेंसियों के सोशल मीडिया पेज से मेल खाने वाले फर्जी सोशल मीडिया पेज बनाए और टिकट बुक करने के लिए फिशिंग तकनीक (ईमेल या सोशल मीडिया पर खुद को वैध कंपनी के रूप में पेश कर संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए प्रेरित करना) का इस्तेमाल किया।

वलसन के अनुसार, आरोपी किराये का भुगतान करने के लिए कहने से पहले विमानन कंपनियों के जाली टिकट बनाते थे, ताकि ग्राहकों को पूरी तरह से अपने झांसे में ले सकें।उन्होंने बताया, “एक बार जब किराये की रकम आरोपियों के बताए गए खाते में स्थानांतरित कर दी जाती थी, तो वे संचार चैनल को निष्क्रिय कर देते थे।”

वलसन के मुताबिक, गिरोह के सरगना सलमान सईद सिद्दीकी को इससे पहले 2023 में मुंबई की सहार पुलिस ने इसी तरह के अंतरराष्ट्रीय टिकट घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।

पुलिस ने बताया कि सिद्दीकी मुंबई में कई प्रतिष्ठित ट्रैवल एजेंसी के साथ काम चुका है और बाद में उसने अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) का कोर्स पूरा करने तथा हवाई टिकट प्रणाली की गहन जानकारी हासिल करने के बाद दिल्ली में खुद की ट्रैवल फर्म खोल ली।पुलिस के मुताबिक, सिद्दीकी कानून की नजरों से बचने के लिए मुंबई से दिल्ली चला आया। उसने बताया कि ठगी के लिए सिम कार्ड उपलब्ध कराने और बैंक खाते बनाने का काम सिद्दीकी का सहयोगी रोहित राजाराम घनेकर संभालता था, जो महाराष्ट्र के रायगढ़ का रहने वाला है।

पुलिस के अनुसार, रोहित आर्थिक तंगी के कारण 2012 में मुंबई चला गया और वह सिम कार्ड हासिल करने तथा बैंक खाते बनवाने में अपराधियों की मदद करने लगा।

पुलिस ने कहा, “आरोपी बहुत ही गोपनीय तरीके से काम करते थे। वे पहचाने जाने से बचने के लिए वर्चुअल नंबर का सहारा लेते थे, फर्जी पहचानपत्रों के आधार पर खाते खोलते थे और घोटाले को अंजाम देने के लिए कई डिजिटल मंचों का इस्तेमाल करते थे।”

अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस टीम ने मुंबई के चरनी रोड और विरार ईस्ट तथा दिल्ली के लाजपत नगर में छापेमारी की। उन्होंने बताया कि आरोपियों को मुंबई और दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।पुलिस के अनुसार, आरोपियों के पास से 12 मोबाइल फोन, डिजिटल साक्ष्यों से भरे तीन लैपटॉप, 22 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, छह चेकबुक, पासबुक, तीन सिम कार्ड, चार वाईफाई राउटर, एक वाईफाई पॉड, एक टैबलेट और फर्जी दस्तावेज बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली एक मुहर बरामद की है।

एक अधिकारी ने कहा, “गिरोह में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए मामले में आगे की जांच जारी है।”