नोएडा: 24 जनवरी (ए) किसान नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि किसानों से देश में विभिन्न मुद्दों को लेकर 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया गया है। इन मुद्दों में फसलों के लिए एमएसपी की गारंटी देने वाले कानून को लागू नहीं करना शामिल है।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने कहा कि किसान समूहों के अलावा, व्यापारियों और ट्रांसपोर्टर से भी भारत बंद का समर्थन करने और 16 फरवरी को हड़ताल पर रहने को कहा गया है।उन्होंने मुजफ्फरनगर में संवाददाताओं को बताया, “हमने 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा समेत कई किसान समूह इसका हिस्सा हैं। किसान उस दिन अपने खेत पर नहीं जाएं और हड़ताल पर रहें। इससे पूर्व किसानों ने अमावस्या के दिन खेतों में काम नहीं किया था।”
टिकैत ने कहा, “ इसी प्रकार 16 फरवरी का दिन केवल किसानों के लिए ‘अमावस्या’ है। वे उस दिन काम नहीं करें और ‘कृषि हड़ताल’ करें। इससे देश में बड़ा संदेश जाएगा।”
टिकैत ने कहा, “हमने व्यापारियों से भी समर्थन करने की अपील की है और लोग उस दिन कोई खरीदारी नहीं करें। हम दुकानदारों से किसानों और श्रमिकों के समर्थन में अपनी दुकानें बंद रखने की अपील करते हैं।”
हड़ताल के उद्देश्य पर उन्होंने कहा कि इसके कई कारण हैं जिनमें सबसे प्रमुख न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी पर कानून, बेरोजगारी, अग्निवीर योजना और सेवानिवृत्त हो रहे लोगों के लिए पेंशन योजना भी इस देश में बड़ा मुद्दा है।
उन्होंने कहा कि यह अकेले किसानों की हड़ताल नहीं है और अन्य संगठन भी इसमें हिस्सा लेंगे।