गाजियाबाद,29 मई (ए)। यूपी के गाजियाबाद जिले में धड़ल्ले से भ्रूण लिंग परीक्षण का खेल चल रहा है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग रोहतक की टीम ने लोनी के फरूखनगर में छापामारी कर भ्रूण लिंग जांच गिरोह के सरगना डाक्टर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। जबकि इनके साथी भागने में कामयाब हो गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन सभी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इनके कब्जे से अल्ट्रासाउंड मशीन और जांच को दिए गए 40 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। यह गिरोह पिछले छह माह में 150 से अधिक महिलाओं के भ्रूण लिंग की जांच कर चुका है। जबकि प्रत्येक महिला से 35 से 50 हजार रुपये तक लेता है। एसीएमओ डा सुनील त्यागी ने बताया कि गुरुग्राम के स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि दलाल शाहरुख गर्भवती महिलाओं के भ्रूण लिंग की जांच कराने के लिए दिल्ली गाजियाबाद लाता है। फिर वहां के स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व घोषित योजना के तहत पांच महीने की गर्भवती ऊषा नाम की महिला को नकली ग्राहक बनाकर अपने साथ चलने के लिए तैयार किया। इसके बाद ऊषा का संपर्क दलाल शाहरुख से कराया और 28 मई को टीला मोड पर मिलना तय हुआ। साथ ही जांच के लिए 40 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। पुलिस को सूचना देने के बाद तक ऊषा टीम के साथ टीला मोड पहुंच गई। जहां से शाहरुख उसे बाइक पर फरूखनगर की तिरंगा कालोनी के एक मकान में ले गया और पैसे ले लिए। वहां पहले से मौजूद जावली के रहने वाले कपिल कुमार कसाना ने महिला के भ्रूण लिंग की जांच की और उन्हें बाहर ठहरने के लिए कहा। महिला के इशारा करने पर टीम ने मकान में छापा मारा। उस वक्त मकान के अंदर कपिल कुमार कसाना के अलावा दलाल शाहरूख, रवि, सुमित, साहिल, मोहित भी मौजूद थे, लेकिन टीम के छापामारते ही वहां भगदड़ मच गई। टीम के साथ धक्का मुक्की करते हुए आरोपी रवि, सुमित, मोहित, साहिल भागने में कामयाब हो गए। हालांकि टीम ने मुख्य आरोपी कपिल कुमार कसाना, दलाल शाहरुख व सोबिंद को पकड़ लिया है। साथ ही अल्ट्रासाउंड मशीन समेत कई उपकरण व 40 हजार रुपये भी बरामद कर लिए। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने शनिवार को पांच महिलाओं के भ्रूण लिंग की जांच की है। इन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी कपिल कुमार ने बताया कि वह अल्ट्रासाउंड की मशीन दो हजार रुपये किराये पर लाता है। जबकि उसके एजेंट महिलाओं को लाने का काम करते हैं। वह अपने एजेंटों के जरिये ही इस काम को करता है। आरोपी ने बताया कि वह पिछले छह माह से इस काम को कर रहे हैं। रोजाना दो से तीन महिलाओं के भ्रूण लिंग की जांच करते हैं। कभी कभी इससे ज्यादा महिलाएं भी आ जाती है। उन्होंने बताया कि वह लैब के जरिये इन महिलाओं की तलाश करते है। कई लैब वाले उन्हें इस तरह की जरूरतमंद महिलाओं के बारे में बताते हैं। अब पुलिस उन लैब की सूची भी बनाएगी। ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। रोहत के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को कविनगर थानाक्षेत्र के महरौली में भी टीम डिकोय (फर्जी) महिला ग्राहक के साथ कार्रवाई की थी। यह महिला ग्राहक पहले लोनी पहुंची थी, जहां से लिंग परीक्षण करने वाले गिरोह ने उसे महरौली बुला लिया। महरौली में लिंग परीक्षण के बाद गिरोह के सरगना समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया।