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सर्कस में काम करने वाले व्यक्ति की हत्या के मामले में जैश के पांच आतंकी गिरफ्तार

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श्रीनगर, 16 जून (ए) जम्मू-कश्मीर में सर्कस में काम करने वाले एक व्यक्ति की पिछले महीने हुई हत्या के सिलसिले में जैश-ए-मोहम्मद (जैश) के पांच आतंकवादियों को अनंतनाग जिले से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।.

गौरतलब है कि उधमपुर जिले के रहने वाले 29 वर्षीय दीपक कुमार 29 मई की रात दूध लेने गए थे, तभी मोटरसाइकिल सवार दो आतंकवादियों ने उनकी नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी। कुमार, जिले के जंगलात मंडी के एक सर्कस में काम करता था।.पुलिस ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी ने अपने आका से व्हाट्सऐप वीडियो कॉल पर हथियार चलाने का प्रशिक्षण लिया था।

अनंतनाग में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दक्षिण कश्मीर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) रइस मोहम्मद भट ने कहा कि कुमार की हत्या के सिलसिले में जैश के पांच आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है।

भट ने कहा, ‘‘घटना के बाद जांच और तलाश अभियान चलाया जा रहा था। जांच के दौरान हमें कुछ तकनीकी सुराग मिले। इसबीच, हमने कुछ संदिग्धों की पहचान करके उनसे पूछताछ की।’’

उन्होंने कहा कि जांच में दो लोगों.. सेहरान बशीर नदाफ और उबैद नजीर लाइगरू की ओर ईशारा गया। दोनों अनंतनाग जिले के रहने वाले हैं और लापता थे।

डीआईजी ने कहा, ‘‘हमने उन्हें पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया। तकनीकी और खुफिया सूचनाओं की मदद से हम अंतत: दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल रहे, जिसके बाद पूरी साजिश सामने आयी।’’

उन्होंने बताया कि नदाफ और लाइगरू के अलावा तीन अन्य आतंकवादियों उमेर अमीन ठोकेर, हुजैफ शबीर भट और नासीर फारूक शाह को भी गिरफ्तार किया गया है।

डीआईजी ने बताया कि अभी तक एक एके47 राइफल, एके47 राइफल की एक मैगजीन, एक47 राइफल की 40 गोलियां, दो पिस्तौल, पिस्तौल के दो मैगजीन, पिस्तौल की साल गोलियां और इतने ही खोखे, तीन हथगोले, सात मोबाइल फोन और एक स्कूटी बरामद हुअ है। अभी कार्रवाई जारी है।

भट ने कहा कि आतंकवादियों का यह समूह कुछ समय से दक्षिण कश्मीर में सक्रिय था।

उन्होंने कहा, ‘‘और गिरफ्तारियां की जाने की उम्मीद है। यह एक हाईब्रिड आतंकवादी मॉड्यूल का उदाहरण है।’’

इसबीच, पुलिस ने एक बयान में कहा कि मुख्य आरोपी नदाफ को हथियारों के उपयोग का प्रशिक्षण व्हाट्सऐप वीडियो कॉल के माध्यम से आतंकियों के आका ने दी, जिसकी पहचान खालिद कामरान के रूप में हुई है।

पुलिस ने बताया कि उन लोगों को निर्देश था कि वे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को ढूंढे और उनपर हमला करें और उन्हें रेकी करने सहित अन्य जानकारी जुटाने का निर्देश था।

पुलिस ने बताया कि पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया है।

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