लखनऊ-वाराणसी , 29 अप्रैल (ए)। यूपी में भीषण गर्मी से हर कोई परेशान है। गर्मी के इस कहर ने दो दशक से लेकर साढ़े तीन दशक का रिकार्ड तोड़ दिया है। यूपी के जौनपुर में भी शुक्रवार को पारा 47 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे पहले 1987 में जौनपुर का तापमान 47 डिग्री पहुंचा था। राजधानी लखनऊ में गर्मी ने 23 साल पुराना रिकार्ड तोड़ दिया। शुक्रवार को आसमान से आग बरसी। दिन का पारा 45 डिग्री सेल्सियस पार कर गया।
सोनभद्र में भी दो दशकों का रिकार्ड शुक्रवार को टूट गया है। इससे पहले सन 2000 में अप्रैल माह में जिले का तापमान 43.6 डिग्री दर्ज किया गया था। पूर्वांचल के चार जिलों में तापमान 44 डिग्री से ऊपर ही रहा। वाराणसी में 45,भदोही में 44.6 चंदौली में 44.4, मिर्जापुर में 44, मऊ में 43, गाजीपुर 42.3, बलिया में 42, आजमगढ़ में 42 डिग्री तापमान रिकार्ड किया गया।
भीषण गर्मी से सड़कों पर निकलना दूभर था। हर आदमी छांव ढूंढ रहा था। सड़के इतनी तप रही थीं कि खड़ा होना मुश्किल था। ऑटो, ई-रिक्शा, साइकिल-मोटरसाइकिल सवार, रिक्शेवाले, राहगीर गर्मी से बिलबिला गए। लोगों को प्यास से हलक सूख गए। गर्मी इतनी की सड़कों पर सन्नाटा पसर गया।
लखनऊ में पिछले 23 वर्षों में अप्रैल में इतनी गर्मी नहीं पड़ी जितनी शुक्रवार को पड़ी। दिन का तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक-दो नहीं पूरे छह डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इससे पहले 30 अप्रैल 1999 को अधिकतम तापमान 45 दर्ज किया गया था। वैसे मौसम विभाग के लोग ऑफ द रिकार्ड बता रहे हैं कि तीन दशक बाद अप्रैल में इतनी गर्मी पड़ी है। अप्रैल 1989 में दिन का पारा 46.3 डिग्री सेल्सियस गया था।