भगवान राम यदि इस युग में होते तो भाजपा उनके पीछे भी ईडी-सीबीआई को लगा देती: केजरीवाल

राष्ट्रीय
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नयी दिल्ली: नौ मार्च (ए) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ‘विकास’ के मॉडल पर काम कर रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विपक्षी दलों को खत्म कर तथा उनकी सरकारों को गिराकर ‘विनाश’ का मॉडल अपना रही है।

हाल ही में ‘आप’ सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए 2024-25 बजट पर सदन को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह इतना अच्छा बजट है कि लोग अब कह रहे हैं कि आप-कांग्रेस गठबंधन दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटें जीतेगा।केजरीवाल ने उन्हें आठ समन भेजे जाने का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा की योजना उन्हें गिरफ्तार करके जेल में डालने और उनकी सरकार को गिराने की है। उन्होंने कहा कि वह उन्हें भेजे गये आठ समन के मुकाबले दिल्ली में आठ नये विद्यालयों का निर्माण कराएंगे। उन्होंने कहा, ”उन्होंने (भाजपा) मुझे इतने सारे नोटिस भेजे हैं जैसे कि मैं देश का सबसे बड़ा आतंकवादी हूं।

केजरीवाल के आरोपों पर भाजपा की ओर से अभी कोई टिप्पणी नहीं आयी।

आप संयोजक केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ”अगर भगवान इस युग में होते तो भाजपा ईडी और सीबीआई को उनके घर भेज देती और उनसे बंदूक के बल पर कहती कि वह भाजपा के साथ आएंगे या जेल जाएंगे।”

केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उनकी सरकार को गिराने की बनायी गई योजना के मुताबिक, पहला काम जो उन्हें करना है वो है मुफ्त बिजली योजना को रोकना और उसके बाद अच्छे विद्यालयों की साख को कम करना और दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक और अस्पतालों को बंद करना।

उन्होंने लोगों से ‘दिल्ली के दुश्मनों’ की पहचान करके उन्हें ‘दंडित’ करने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे कभी न लौटें।

केजरीवाल ने सोमवार को वित्त मंत्री आतिशी द्वारा पेश बजट की सराहना करते हुए कहा कि बजट में घोषित ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के तहत परिवार की प्रत्येक महिला को एक हजार रुपये दिये जाएंगे।

केजरीवाल ने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी याद किया, जो वर्तमान में आबकारी नीति से संबंधित मामले में जेल में बंद हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि अगले साल वह (सिसोदिया) विधानसभा में बजट पेश करेंगे।’’

मुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी मई 2014 में भारी जनादेश के साथ केंद्र की सत्ता में आई थी लेकिन उसने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का इस्तेमाल करके विपक्षी दलों को निशाना बनाकर ‘विनाश’ का मॉडल अपनाया।

उन्होंने कहा, ”हमने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया, चौबीस घंटे मुफ्त बिजली दी, मुफ्त पानी प्रदान किया, बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थयात्रा पर भेजा, गरीब परिवारों के बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना देखने में मदद की। यह आम आदमी पार्टी का ‘विकास’ मॉडल है।”

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 2015 में सरकार बनाने के बाद से आप सरकार लोगों के लिए किए गए अच्छे कार्यों के कारण भारी जनादेश के साथ लगातार चुनाव जीतती आ रही है, फिर चाहे वह वर्ष 2020 में विधानसभा चुनाव हो या फिर 2022 का दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव।उन्होंने कहा, ”इस बजट के पेश होने के बाद जनता अब कह रही है कि दिल्ली की सभी सात सीटें हमारी होंगी।”

आप और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे के समझौते के तहत केजरीवाल की पार्टी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से चार पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव मैदान में है।

भाजपा पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि मई 2014 में देश की सत्ता में आने के बाद पार्टी ने ‘विनाश’ का मॉडल सामने रखा। केजरीवाल ने कहा, ‘इस मॉडल में विपक्षी दलों को एक-एक करके खत्म करना, विधायकों को खरीदकर पार्टियों को तोड़ना, गिरफ्तारियां करना और विपक्षी नेताओं को जेल भेजना शामिल है। इस मॉडल का दूसरा हिस्सा देश में विपक्षी सरकारों के अच्छे कामों को रोकना है।’

मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा विपक्ष को खत्म करने की कोशिश कर रही है ताकि वह सत्ता में बनी रहे। उन्होंने आरोप लगाया, ‘वे लोकतंत्र को ख़त्म कर रहे हैं। यह देशद्रोह है।’

केजरीवाल ने ‘आप’ सरकार के कार्यों को रेखांकित करते हुए कहा, ”केजरीवाल से नफरत करनी है तो संभल कर करना दोस्त, अगर उसके स्कूल और अस्पताल देख लिये तो मोहब्बत हो जाएगी केजरीवाल से।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य पार्टियां चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी करती हैं लेकिन हमारी सरकार ‘केजरीवाल की गारंटी’ देती है।

केजरीवाल ने भाजपा के ‘मोदी की गारंटी’ नारे पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, ”जब बजने लगी खतरे की घंटियां तो मोदी जी को याद आईं केजरीवाल की गारंटियां।”

केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा दिल्ली की महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये देने की उनकी सरकार की प्रस्तावित योजना का विरोध कर रही है, जिस पर विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आपत्ति जताई और उनसे अपने आरोप के समर्थन में एक भी बयान दिखाने को कहा