लखनऊ, 05 जून (ए)। यूपी में एमबीए पास युवाओं को जल्द ही सरकारी हॉस्पिटल में रोजगार का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार काे लखनऊ में टीम-9 के साथ बैठक में कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों से केवल इलाज करवाने का ही काम लिया जाए। स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अलग-अलग अस्पतालों या कार्यालयों जहां भी डॉक्टरों की तैनाती प्रशासनिक या प्रबंधकीय कार्यों में की गई है, उन्हें तत्काल कार्यमुक्त कर दिया जाए। इन लोगों को चिकित्सकीय कार्यों में ही लगाया जाए। प्रबंधन के कार्यों के लिए आवश्यकतानुसार एमबीए पास युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड केस कम होने के अब गतिविधियां धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं। अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी सेवाएं, सर्जरी आदि शुरू की गई हैं, लेकिन वही लोग अस्पताल आएं, जिनकी स्थिति गंभीर हो। घर से बाहर कम से कम निकलें। टेलीकन्सल्टेशन का उपयोग करें। सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला स्तरीय अस्पतालों में टेलीकन्सल्टेशन की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए। अधिकाधिक डॉक्टरों को इससे जोड़ा जाए। लोगों को इस सेवा के उपयोग के लिए जागरूक किया जाए। सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी से प्रदेश को सुरक्षित रखने की दिशा में लगातार किए जा रहे प्रयासों के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं।